पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के औद्योगिक नगर दुर्गापुर में रविवार को एक ही परिवार के चार सदस्यों के शव रहस्यमय परिस्थितियों में बरामद किए गए।
पीड़ितों की पहचान अमित मंडल (37), उनकी पत्नी रूपा मंडल (33), उनके बेटे निमित मंडल (7) और बेटी (1.5 साल) के रूप में हुई है। जहां अमित मंडल का शव उनके बेडरूम में पंखे से लटका मिला, वहीं अन्य तीनों के शव कमरे के फर्श पर पाए गए।
स्थानीय पुलिस सूत्रों ने कहा कि पूरी संभावना है कि अमित मंडल ने पहले अपनी पत्नी और बच्चों को जहर दिया और फिर खुद को फांसी लगा ली। मौके से अमित मंडल के मायके वालों को जिम्मेदार ठहराने वाला वाट्सऐप मैसज वाला एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
जहां शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, वहीं पुलिस ने व्हाट्सऐप मैसेज के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
हालांकि, रूपा मंडल के रिश्तेदारों ने पुलिस को सूचित किया कि यह सुनियोजित हत्या का मामला है, जिसमें अमित मंडल की मां और उनके रिश्तेदार शामिल है।
अमित मंडल की मां ने हमेशा अपने बेटे, बहू और पोते-पोतियों के आगे रुपा के देवर को तरजीह दी। इसलिए, उनका भाई संपत्ति को हड़पना चाहता था। यह सुनियोजित हत्या का स्पष्ट मामला है। घर के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरे को पॉलीथिन शीट से ढका गया था। घर के बाहर लगा कैमरा काम नहीं कर रहा था।
उन्होंने कहा कि अमित मंडल के पिता नरेश कुमार मंडल का कुछ साल पहले निधन हो गया था और वह अपने पीछे बहुत बड़ी संपत्ति छोड़ गए थे, जो उनके बेटे और पत्नी को संयुक्त रूप से विरासत में मिली थी।
उन्होंने कहा, अमित मंडल की मां और भाई उस संपत्ति का हिस्सा चाहते थे और इस बात को लेकर परिवार में अक्सर झगड़े होते थे। हम चाहते हैं कि पुलिस जांच करे और दोषियों को कड़ी सजा मिले।
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Source : IANS