अफगानिस्तान में जारी संकट पर यास्मीन निगार खान ने जाहिर की चिंता
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद सोमवार देर रात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पहली बार बयान देते हुए कहा कि अमेरिकी फौज का यहां से जाने का फैसला बिल्कुल सही था.
नई दिल्ली:
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे बाद यहां की स्थिति बेकाबू होती जा रही है. अफगानिस्तान के कई प्रांतों में तालिबानी लड़ाकों का खूनी खेल जारी है. वहीं इस बीच मंगलवार को भारतीय वायुसेना का विमान अन्य नागरिक समेत भारतीय दूतावास के अधिकारियों को लेकर काबुल से जामनगर पहुंच गया है. मिली जानकारी के मुताबिक इस विमान से काबुल में फंसे करीब 120 लोगों को भारत सुरक्षित लाया गया है. गौरतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद यहां की हालात बेहद ही खराब होती जा रही है. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद सोमवार देर रात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पहली बार बयान देते हुए कहा कि अमेरिकी फौज का यहां से जाने का फैसला बिल्कुल सही था, अफगान सेना ने बिना लड़े ही हथियार डाल दिए. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद यहां जारी संकट के बीच आज तड़के सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक 6.08 बजे अफगानिस्तान के कई प्रांतों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. मौसम विभाग के द्वारा भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.5 मापी गई है. भूकंप का केंद्र मेघालय के उत्तर क्षेत्र स्थित तुरा में में बताया गया है. अफगानिस्तान में जारी संकट के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से बात की है. सूत्रों से जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई है. जानिए पल-पल की ताजा अपडेट..
ट्विटर के प्रवक्ता ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा है कि अफगानिस्तान में स्थिति तेजी से विकसित हो रही है. हम देश में लोगों को मदद और सहायता लेने के लिए ट्विटर का उपयोग करते हुए भी देख रहे हैं. लोगों को सुरक्षित रखना ट्विटर की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हम सतर्क रहते हैं.
खान अब्दुल गफ्फार खान की पोत्री यास्मीन निगार खान ने पीएम मोदी से अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए अपील की है. उन्होंने कहा कि तालिबान पर भरोसा नहीं किया जा सकता. वे अभी कुछ कह सकते हैं और अगले दिन कुछ और कर सकते हैं. हम सिर्फ पीएम मोदी और बाकी दुनिया से अपील कर सकते हैं कि जिस तरह से उन्होंने सीरिया, फिलिस्तीन और अन्य युद्धग्रस्त देशों की देखभाल की, उन्हें अफगानिस्तान को भी देखना चाहिए.
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद यहां जारी संकट के बीच खान अब्दुल गफ्फार खान की पोत्री यास्मीन निगार खान ने चिंता जताते हुए कहा कि नेताओं ने देश छोड़ दिया लेकिन आम लोग, गरीब, महिलाएं, बच्चे बलिदान दे रहे हैं. उन्होंने अफगानिस्तान में रह रहे लोगों की देखभाल की जानी की बात कही है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
टीवी एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी का हुआ एक्सीडेंट, होगी सीरीयस सर्जरी, काम छोड़कर हॉस्पिटल पहुंचे पति
-
Maidan BO Collection: मैदान ने बॉक्स ऑफिस पर पूरा किया एक हफ्ता, बजट की आधी कमाई भी नहीं कमा पाई फिल्म
-
Happy Birthday Arshad Warsi: मुन्ना भाई के सर्किट का जन्मदिन आज, पैप्स के साथ काटा बर्थडे केक, वीडियो हुई वायरल
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय