logo-image

अफगानिस्तान में जारी संकट पर यास्मीन निगार खान ने जाहिर की चिंता

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद सोमवार देर रात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पहली बार बयान देते हुए कहा कि अमेरिकी फौज का यहां से जाने का फैसला बिल्कुल सही था.

Updated on: 17 Aug 2021, 06:51 PM

नई दिल्ली:

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे बाद यहां की स्थिति बेकाबू होती जा रही है. अफगानिस्तान के कई प्रांतों में तालिबानी लड़ाकों का खूनी खेल जारी है. वहीं इस बीच मंगलवार को भारतीय वायुसेना का विमान अन्य नागरिक समेत भारतीय दूतावास के अधिकारियों को लेकर काबुल से जामनगर पहुंच गया है. मिली जानकारी के मुताबिक इस विमान से काबुल में फंसे करीब 120 लोगों को भारत सुरक्षित लाया गया है. गौरतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद यहां की हालात बेहद ही खराब होती जा रही है. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद सोमवार देर रात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पहली बार बयान देते हुए कहा कि अमेरिकी फौज का यहां से जाने का फैसला बिल्कुल सही था, अफगान सेना ने बिना लड़े ही हथियार डाल दिए. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद यहां जारी संकट के बीच आज तड़के सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. 

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक 6.08 बजे अफगानिस्तान के कई प्रांतों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. मौसम विभाग के द्वारा भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.5 मापी गई है. भूकंप का केंद्र मेघालय के उत्तर क्षेत्र स्थित तुरा में में बताया गया है. अफगानिस्तान में जारी संकट के बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से बात की है. सूत्रों से जानकारी के मुताबिक दोनों के बीच अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई है. जानिए पल-पल की ताजा अपडेट..

calenderIcon 16:36 (IST)
shareIcon

ट्विटर के प्रवक्ता ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा है कि अफगानिस्तान में स्थिति तेजी से विकसित हो रही है. हम देश में लोगों को मदद और सहायता लेने के लिए ट्विटर का उपयोग करते हुए भी देख रहे हैं. लोगों को सुरक्षित रखना ट्विटर की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हम सतर्क रहते हैं.

calenderIcon 14:17 (IST)
shareIcon

खान अब्दुल गफ्फार खान की पोत्री यास्मीन निगार खान ने पीएम मोदी से अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए अपील की है. उन्होंने कहा कि तालिबान पर भरोसा नहीं किया जा सकता. वे अभी कुछ कह सकते हैं और अगले दिन कुछ और कर सकते हैं. हम सिर्फ पीएम मोदी और बाकी दुनिया से अपील कर सकते हैं कि जिस तरह से उन्होंने सीरिया, फिलिस्तीन और अन्य युद्धग्रस्त देशों की देखभाल की, उन्हें अफगानिस्तान को भी देखना चाहिए. 

calenderIcon 14:05 (IST)
shareIcon

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद यहां जारी संकट के बीच खान अब्दुल गफ्फार खान की पोत्री यास्मीन निगार खान ने चिंता जताते हुए कहा कि नेताओं ने देश छोड़ दिया लेकिन आम लोग, गरीब, महिलाएं, बच्चे बलिदान दे रहे हैं. उन्होंने अफगानिस्तान में रह रहे लोगों की देखभाल की जानी की बात कही है.