अफगानिस्तान में महिलाओं के लिए चेहरा ढंकने का फरमान जारी होने के बाद अब इसके विरोध में आवाज बुलंद होने लगी है। तालिबान के इस फैसले का विरोध करने के लिए अफगान टीवी पर पुरुष एंकर अब मास्क पहने नजर आ रहे हैं।
तालिबान सरकार ने अफगानिस्तान के सर्वोच्च नेता के उस फरमान को लागू कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि देश की सभी महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर अपना चेहर ढंकना होगा। फरमान के तहत महिला टीवी एंकरों पर भी ऑन-एयर होने के दौरान अपना चेहरा ढंकने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसके बाद अब पुरुष एंकर अपना विरोध जताने के लिए मास्क पहनकर ऑन-एयर आ रहे हैं।
इस महीने की शुरुआत में, अफगानिस्तान के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा ने सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को अपने चेहरा ढंकने सहित, आदर्श रूप से पारंपरिक बुर्का पहनने के लिए एक फरमान जारी किया था।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, सद्गुण का प्रचार और बुराई की रोकथाम मंत्रालय ने फरमान पर अमल करते हुए महिला टेलीविजन प्रेजेंटर्स या एंकर्स को इसका पालन करने का आदेश दिया है।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि कुछ लोगों ने इसका विरोध किया है। असंतुष्टों को बर्खास्त करने की धमकी के बावजूद पुरुष सहयोगियों ने भी अपने चेहरे को ढंककर एकजुटता दिखाई है।
जिन महिलाओं ने इस फरमान का पालन करने से इनकार कर दिया है, उन्हें बताया गया है कि इससे उनके पति भी अपनी नौकरी खो देंगे।
काबुल में टोलो न्यूज के मास्क पहने हुए एंकर्स और पत्रकारों ने पुष्टि की है कि वह महिला एंकर्स के साथ एकजुटता दिखाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
स्थानीय टीवी स्टेशन टोलो न्यूज की एंकर सोनिया नियाजी अपने शो में आंखों को छोड़कर पूरे चेहरे को ढंकी हुई नजर आईं।
कट्टरपंथी इस्लाम को लागू करने के लिए तालिबान द्वारा यह कार्रवाई नवीनतम कदम है, जहां सार्वजनिक रूप से सभी महिलाओं को आंखों का हिस्सा छोड़कर पूरे चेहरे को ढंकने का आदेश दिया गया है।
इससे पहले एक और फरमान जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर पूरी तरह से अपने बालों को ढंकना होगा।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूज चैनलों में काम करने वाली महिलाओं को बुर्का के बिना ऑन एयर होने से रोकने के साथ ही, महिलाओं को टीवी शो, फिल्मों और सीरियल में काम करने से भी रोक दिया गया है।
तालिबान ने नए ड्रेस कोड का पालन नहीं करने पर सरकारी नौकरी करने वाली महिलाओं को बर्खास्त करने का भी आदेश दिया है।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान के सर्वोच्च नेता अखुंदजादा ने मई की शुरुआत में सार्वजनिक रूप से सभी महिलाओं को सिर से पांव तक कपड़े पहनने का आदेश देने के अलावा यह भी कहा था कि महिलाओं को आवश्यक होने पर ही घर से निकलना चाहिए। ऐसा फरमान जारी किया गया था कि महिलाओं के ड्रेस कोड के उल्लंघन के लिए उनके सबसे निकट के मेल फैमिली मेंबर (पति, पिता या भाई आदि) को सजा का सामना करना पड़ेगा।
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Source : IANS