जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में 5 जनवरी को हिंसा हुई. इस दौरान कई नकाबपोश लोग यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंचे और मारपीट की. इस मामले में पुलिस ने 9 आरोपियों की पहचान की है. वहीं इस मामले में एक निजी चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन किया है जिसमें एबीवीपी कार्यकर्ता अक्षत अवस्थी ने हमले में शामिल होने की बात कही है.
हालांकि एबीवीपी (ABVP) ने कहा है कि अक्षत अवस्थी एबीवीपी का कार्यकर्ता नहीं है. एबीवीपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करके कहा कि अक्षत अवस्थी ना तो एबीवीपी का पदाधिकारी है और ना ही कार्यकर्ता है.
एबीवीपी ने आगे कहा कि हमें बदनाम करने और पुलिस की जांच को भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
एबीवीपी ने कहा कि यह चैनल की शर्मनाक कोशिश है जो एनयूएसयू अध्यक्ष आइश घोष और वामपंथी गुंडों को हिंसा के आरोपों से बचाने के लिए कर रही है.
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दरअसल, एक निजी अंग्रेजी चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन किया जिसमें अक्षत अवस्थी जो खुद को एबीवीपी का कार्यकर्ता बता रहा था ने कहा कि उसने कहा कि एबीवीपी ने हमला किया. अक्षत अवस्थी ने बताया कि पहले पेरियार में हमला हुआ. उसके बाद वहां से लोग साबरमती हॉस्टल की तरफ भागे. तब साबरमती में भी हमला किया गया. लेफ्ट को अंदाजा नहीं था कि एबीवीपी पलटवार करेगा.
Source : News Nation Bureau