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एबीवीपी का लोगो( Photo Credit : @ABVPVoice)
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में 5 जनवरी को हिंसा हुई. इस दौरान कई नकाबपोश लोग यूनिवर्सिटी कैंपस में पहुंचे और मारपीट की. इस मामले में पुलिस ने 9 आरोपियों की पहचान की है. वहीं इस मामले में एक निजी चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन किया है जिसमें एबीवीपी कार्यकर्ता अक्षत अवस्थी ने हमले में शामिल होने की बात कही है.
हालांकि एबीवीपी (ABVP) ने कहा है कि अक्षत अवस्थी एबीवीपी का कार्यकर्ता नहीं है. एबीवीपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करके कहा कि अक्षत अवस्थी ना तो एबीवीपी का पदाधिकारी है और ना ही कार्यकर्ता है.
एबीवीपी ने आगे कहा कि हमें बदनाम करने और पुलिस की जांच को भटकाने के लिए ऐसा किया जा रहा है.
Akshat Awasthi is neither an office bearer, nor a karyakarta of ABVP, as claimed by @IndiaToday. This is a smear campaign run by India Today to deviate everyone from the facts put forth by @DelhiPolice proving #LeftBehindJNUVoilence.
- National General Secretary @nidhitripathi92
— ABVP (@ABVPVoice) January 10, 2020
एबीवीपी ने कहा कि यह चैनल की शर्मनाक कोशिश है जो एनयूएसयू अध्यक्ष आइश घोष और वामपंथी गुंडों को हिंसा के आरोपों से बचाने के लिए कर रही है.
This is a shameful attempt by @IndiaToday to absolve JNUSU President Aishe Ghosh and Left goons of the violence charges, as substantiated by Delhi Police in Press Conference. It’s high time they stopped this smear campaign and adhered to facts. #LeftBehindJNUViolence
— ABVP (@ABVPVoice) January 10, 2020
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दरअसल, एक निजी अंग्रेजी चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन किया जिसमें अक्षत अवस्थी जो खुद को एबीवीपी का कार्यकर्ता बता रहा था ने कहा कि उसने कहा कि एबीवीपी ने हमला किया. अक्षत अवस्थी ने बताया कि पहले पेरियार में हमला हुआ. उसके बाद वहां से लोग साबरमती हॉस्टल की तरफ भागे. तब साबरमती में भी हमला किया गया. लेफ्ट को अंदाजा नहीं था कि एबीवीपी पलटवार करेगा.
Source : News Nation Bureau