logo-image

कश्मीर में करीब 24 आतंकवादी मौजूद, ऐसे दे रहे हैं दहशतगर्दी को अंजाम; जानकर उड़ जाएंगे होश

श्रीनगर (Srinagar) और इसके आसपास के इलाकों में करीब 2 दर्जन आतंकवादी (Terrorists) मौजूद हैं. ये आतंकवादी कुछ इलाकों में दुकानदारों को खुलेआम धमकी दे रहे हैं.

Updated on: 15 Sep 2019, 06:11 PM

highlights

  • श्रीनगर और उसके आसपाल इलाकों में बड़ी संख्या में आतंकवादी मौजूद
  • दुकानदारों को दुकान नहीं खोलने की दे रहे हैं धमकी
  • जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख दिलबाग सिंह ने कहा आतंकवादियों की मौजूदगी से इंकार नहीं

नई दिल्ली:

श्रीनगर (Srinagar) और इसके आसपास के इलाकों में करीब 2 दर्जन आतंकवादी (Terrorists) मौजूद हैं. ये आतंकवादी कुछ इलाकों में दुकानदारों को खुलेआम धमकी दे रहे हैं, जिसको लेकर सुरक्षाबलों में काफी चिंता है. अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षा बल हर तरह से एहतियात बरत रहे हैं ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी स्थिति का इस्तेमाल लोगों को भड़काने में नहीं कर सकें क्योंकि पहले भी आतंकवाद निरोधक अभियानों के दौरान युवक पथराव की घटनाओं में संलिप्त रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में पांच अगस्त को बांटने की घोषणा करने के बाद सरकार द्वारा लगाई गई कई पाबंदियां के बाद केवल छिटपुट घटनाएं ही सामने आई हैं. उन्होंने कहा कि पाबंदियां धीरे- धीरे हटाई जा रही हैं लेकिन कश्मीर घाटी में स्थिति ‘सामान्य से कहीं दूर’ नजर आती है खासकर आतंकवादियों की मौजूदगी को देखते हुए.

इसे भी पढ़ें:Viral Video: सबको गुदगुदाने वाले अन्‍नू अवस्‍थी लेकर आए हैं शोक समाचार

अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के बाहरी इलाकों में कई स्थानों पर आतंकवादियों को खुलेआम घूमते देखा गया और वे दुकानदारों को दुकानें बंद रखने और उनका आदेश मानने की धमकी भी दे रहे हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रमुख दिलबाग सिंह ने आतंकवादियों की मौजूदगी की संभावना से इंकार नहीं किया लेकिन कहा कि यह दावा करना कि वे खुलेआम घूम रहे हैं अतिशयोक्ति है.

राज्य के साथ ही केंद्र के कई अधिकारियों से बातचीत के बाद अनुमान है कि करीब दो दर्जन आतंकवादी नगर की सीमा में मौजूद हैं जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में उनकी आवाजाही एवं उनका देखा जाना आम बात है. अधिकारियों ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि जम्मू-कश्मीर पर सरकार ने पांच अगस्त को जब अपने निर्णय की घोषणा की तब से आतंकवाद निरोधक अभियान बुरी तरह प्रभावित है.

5 अगस्त के बाद केवल दो अभियान हुए हैं. 20 अगस्त को बारामूला में और 9 सितम्बर को दूसरा मुठभेड़ सोपोर में.आतंकवादियों ने अंचार झील और सौरा के आसपास के इलाकों सहित नगर के कुछ हिस्सों में आवाजाही रोक रखी है. अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि अभी तक किसी नागरिक की मौत नहीं हुई है और उनको आशंका है कि किसी भी कठोर कार्रवाई से हिंसक प्रदर्शन भड़क जाएगा.

और पढ़ें:महाराष्ट्र: रामदास अठावले ने 10 सीटों की मांग की, बोले- BJP और शिवसेना के साथ मिलकर लड़ेंगे चुनाव

अधिकारियों का मानना है कि आतंकवादियों ने गहरा षड्यंत्र रच रखा है क्योंकि उनकी भारी मौजूदगी के बावजूद हिंसा के स्तर में कमी आई है.नगर के राज बाग, जवाहर नगर और लाल चौक सहित कई इलाकों में दुकानदारों को बंदूक का भय दिखाकर दुकानें बंद रखने के लिए कहा गया और पूरी तरह हड़ताल सुनिश्चित की गई.अधिकारियों ने कहा कि दुकानदारों और कुछ मीडिया संगठनों को अपने आसपास के सीसीटीवी कैमरे बंद रखने के लिए कहा गया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद प्रभावित शोपियां में आतंकवादियों ने ऑटोमोबाइल के एक वर्कशॉप को जला दिया जहां शनिवार को वाहनों की मरम्मत हो रही थी.