देश भर से आए दिन फर्जी बाबाओं का सच सामने आ रहा है। ऐसे बाबा आस्था के नाम पर लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते आ रहे हैं। धर्म और आस्था में अंधे हुए भक्त ऐसे फर्जी बाबाओं के झांसे में जल्द आ जाते हैं। जब तक इन्हे समझ में आता है कि वो आस्था के नाम पर बाबाओं से ठगे जा रहे हैं तब तक देर हो चुकी होती है।
बड़ा सवाल है कि :
-हिन्दू का चोला पहनकर भक्तों की आस्था से खिलवाड़ क्यों ?
-हिन्दू धर्मगुरु क्यों नहीं करते ऐसे ठगों की पड़ताल ?
-धर्म को धंधा बनाने वालों को कब सज़ा देगा समाज ?
शो के दौरान हमारे विशेषज्ञों की राय:
जब धर्म होता है वहां धंधा नहीं होता, और जहां धंधा होता है वहां सिर्फ धंधा होता है, यह सनातन धर्म को बदनाम करने की कोशिश है- अजय गौतम
किसी भी फरेबी को जो अपने नाम के आगे भाई लगाए उसे धर्म का ठेकेदार मान सकते हैं, धर्मगुरू नहीं- अंसार रजा
गुरु पिए जान के, पानी पिए छान के, किसी भी बहरूपिए पर धर्म का चोला पहनने से हमें उसे गुरू नहीं मानना चाहिए- नवल किशोर दास
जब तक धर्म में चमत्कार को नमस्कार होगा, आसिफ जैसे लोग आशु महराज बनते रहेंगे, ऐसे मामले सामने आते रहेंगे- आमिर रशीदी मदनी
वो शख्स जो इस्लामी नाम के साथ लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करता हो हम उसे मुसलमान नहीं समझते- मंजूर जियाई
इस्लाम की बुनियाद ही इसी बात पर हुई है कि वो किसी के साथ धोखा नहीं करेंगे - काजी वलीउल्ला
देश में लव जिहाद, लैंड जिहाद के बाद अब आध्यात्मिक जिहाद की ओर देश बढ़ रहा है- स्वामी दीपांकर
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आस्था से खिलवाड़ कब तक चर्चा में आज धर्मगुरू मौलाना अंसार रजा, नेशनल उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना आमिर राशादी मदनी, महामंडलेश्वर महंत नवल किशोर दास, धर्मगुरु क़ाजी वलीउल्लाह, धर्मगुरु मुफ्ती मंजूर जियाई, धर्मगुरू पीटी अजय गौतम और धर्मगुरु स्वामी दीपांकर जी महाराज जुडें।
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Source : News Nation Bureau