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आम आदमी पार्टी कें चंदे में आयकर विभाग ने पाई गड़बड़ियां, केजरीवाल ने कहा - ये मोदी की साजिश है

आयकर विभाग के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने 27 करोड़ रुपये के चंदे को लेकर जो ऑडिट रिपोर्ट्स तैयार किया है उसमें कई गलतियां है।

Updated on: 03 Feb 2017, 05:13 PM

नई दिल्ली:

आयकर विभाग ने आम आदमी पार्टी को मिलने वाले चंदे को लेकर ऑडिट रिपोर्ट्स में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है।

आयकर विभाग के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने 27 करोड़ रुपये के चंदे को लेकर जो ऑडिट रिपोर्ट्स तैयार किया है उसमें कई गलतियां है।

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चंदे को लेकर चुनाव आयोग को सौंपे अपने रिपोर्ट में आयकर विभाग ने कहा है कि जब पार्टी को अलग-अलग लोगों से मिल चंदे की जांच की गई तो साल 2013-14 और साल 2014-15 में पार्टी के ऑडिट रिपोर्ट और चंदे में मिले पैसे में हेर-फेर होने का पता चला है।

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केजरीवाल ने आयकर विभाग के इस कदम को 'मोदीजी की गंदी चाल' करार दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि बीजेपी को पता है कि वह शनिवार को पंजाब और गोवा में होने वाले चुनावों में आप के हाथों हारने वाली है।

केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'गोवा और पंजाब में  बुरी हार के बाद वह (मोदी) चुनाव के 24 घंटे से पहले जीतने वाली पार्टी का पंजीकरण रद्द करने की कोशिश में जुटे हैं। ये मोदी सरकार की गंदी साजिश है'। 

पार्टी को मिलने वाले चंदे को लेकर कानून के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने ऑडिट रिपोर्ट तैयार करवाया था और उसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में जमा करवाया था। इसी ऑडिट रिपोर्ट की जांच के बाद आयकर विभाग ने आम आदमी पार्टी पर ये आरोप लगाया है।

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आयकर विभाग के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने जो ऑडिट रिपोर्ट दिया है उससे इनकम टैक्स एक्ट 1961 के मुताबिक टैक्स कानून का उल्लंघन हुआ है।

चंदे को लेकर फर्जी जानकारी देने के आरोप में आयकर विभाग ने चुनाव आयोग से कहा है कि इस आधार पर आम आदमी पार्टी के राजनीतिक दल का दर्जा वापस लिया जा सकता है लेकिन ये चुनाव आयोग के अधिकार क्षेत्र में आता है।