आम आदमी पार्टी ने कुमार विश्वास को राजस्थान प्रभारी के पद से हटा कर दीपक बाजपेयी को नया प्रभारी नियुक्त किया है।
मई 2017 में कुमार विश्वास को आप ने राजस्थान का प्रभारी बनाया था। पार्टी की कहना है कि कुमार के पास समय की कमी थी जिसके कारण वो समय नहीं दे पा रहे थे।
पार्टी के प्रवक्ता अशुतोष गुप्ता ने कहा कि पार्टी राजस्थान में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ना चाहती है और ऐसे में वहां पर पार्टी और कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की जरूरत है।
आम आदमी पार्टी के साथ खासकर संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ कुमार विश्वास के संबंध ठीक नहीं चल रहे थे। राज्यसभा चुनाव को लेकर भी दोनों के बीच तनातनी चल रही थी।
राजस्थान में इसी साल के अंत तक चुनाव होने वाले हैं।
राजस्थान की बागडोर @BajpaiDeepak जी को सौंपी गई है ताकि वह वहीं रह कर संगठन को मजबूत बनाएं, चुनाव की स्ट्रेटेजी तैयार करें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करके कार्यक्रम की रूपरेखा बनाएं कैंडिडेट की लिस्ट तैयार करें :@ashutosh83B pic.twitter.com/T4HNPJCsmU
— AAP (@AamAadmiParty) April 11, 2018
इसके साथ ही पार्टी ने ट्वीट कर कुमार विश्वास पर तंज भी किया है और कहा कि किसी भी पद की मांग नहीं करने वाले दीपक बाजपेयी को राजस्थान का प्रभार दिया गया है।
पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता और कभी भी किसी पद की माँग नहीं करने वाले श्री @BajpaiDeepak जी को राजस्थान का नया प्रभार मिलने की शुभकामनाएं ।
लड़ेंगे, जीतेंगे !#AAPरोRajasthan pic.twitter.com/ZMCEs7Sv9u
— Jitendra Puniya (@PuniyaJee) April 11, 2018
इस प्रेस कॉंफ्रेंस के बाद कुमार विश्वास ने ट्विटर पर दो कविताओं के जरिये जवाब दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि वो सच बोलते हैं और कबीर की परंपरा को मानते हैं जो अकबर से भी नहीं डरे थे।
हम शब्द-वंश के हरकारे,सच कहना अपनी परम्परा
हम उस कबीर की पीढ़ी,जो बाबर-अकबर से नहीं डरा
पूजा का दीप नहीं डरता,इन षड्यंत्री आभाओं से
वाणी का मोल नहीं चुकता,अनुदानित राज्य सभाओं से
जिसके विरुद्ध था युद्ध उसे,हथियार बना कर क्या पाया?
जो शिलालेख बनता उसको,अख़बार बना कर क्या पाया?😳👎 https://t.co/koUnDmuiSi— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 11, 2018
दूसरी कविता में उन्होंने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।
तुम निकले थे लेने “स्वराज”
सूरज की सुर्ख़ गवाही में,
पर आज स्वयं टिमाटिमा रहे
जुगनू की नौकरशाही में,
सब साथ लड़े,सब उत्सुक थे
तुमको आसन तक लाने में,
कुछ सफल हुए “निर्वीय” तुम्हें
यह राजनीति समझाने में,
इन “आत्मप्रवंचित बौनों” का,
दरबार बना कर क्या पाया?😳https://t.co/mbG1wvgKJ0— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 11, 2018
कुमार विश्वास की जगह नियुक्त किये गए दीपक वाजपेयी बहुत चर्चित चेहरा नहीं रहे हैं। वे पूर्व पत्रकार रहे हैं और अरविंद केजरीवाल के करीबी लोगों में शुमार किये जाते हैं। पार्टी का कोषाध्यक्ष होने के साथ ही पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी के सदस्य भी हैं।
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Source : News Nation Bureau