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असम सरकार कुछ योजनाओं को दो बच्चों के मानदंड से जोड़ेगी : सीएम सरमा

असम सरकार कुछ योजनाओं को दो बच्चों के मानदंड से जोड़ेगी : सीएम सरमा

Updated on: 10 Jul 2021, 11:40 PM

गुवाहाटी:

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को यहां कहा कि भाजपा नीत असम सरकार राज्य सरकार की कुछ योजनाओं को दो बच्चों के मानदंड तक सीमित रखेगी।

मीडिया को संबोधित करते हुए, सरमा ने कहा कि सभी को बुनियादी सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन कुछ चुनिंदा योजनाओं के मामले में, दो-बच्चे का मानदंड लागू होगा।

आगे बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उदाहरण के लिए, आवास योजना दो बच्चों के मानदंड तक ही सीमित होगी।

सरमा ने कहा, स्वैच्छिक नसबंदी सहित जनसंख्या नीति से संबंधित एक महत्वपूर्ण घोषणा राज्य के बजट में की जाएगी। राज्य विधानसभा का बजट सत्र 12 जुलाई से शुरू होगा। असम की पहली महिला वित्त मंत्री (अजंता निओग) वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 16 जुलाई को सदन के पटल पर बजट पेश करेंगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य के बजट में स्वैच्छिक नसबंदी के बारे में एक बहुत बड़ी घोषणा की जाएगी, जिसका उद्देश्य राज्य की आबादी को नियंत्रित करना होगा।

उन्होंने कहा, भाजपा के चुनावी घोषणापत्र के अनुसार, सरकार धोखे या धोखाधड़ी से शादी के खिलाफ कार्रवाई करेगी। हम इसके लिए एक कानून बनाएंगे।

उन्होंने कहा, जनसंख्या नियंत्रण पर जोर देने के साथ, असम सरकार ने मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ परामर्श के बाद आठ उप-समितियां बनाने का फैसला किया है, जो अगले पांच वर्षों में समुदाय के समग्र विकास के लिए एक रोडमैप तैयार करेगी।

पूर्वोत्तर राज्य में गरीबी उन्मूलन के लिए मुसलमानों द्वारा दो बच्चों के मानदंड और सभ्य परिवार नियोजन मानदंडों को अपनाने के साथ जनसंख्या नीति पर जोर देने के बीच, असम के मुख्यमंत्री ने चार जुलाई को बुद्धिजीवियों और मुस्लिम समुदाय के प्रमुख नागरिकों के साथ एक संवादात्मक बैठक की थी।

स्वदेशी मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ आठ उप-समूह स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, सांस्कृतिक पहचान के संरक्षण, वित्तीय समावेशन और महिलाओं के सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे।

असम की 3.12 करोड़ आबादी में मुसलमानों की संख्या 34.22 प्रतिशत है, जिनमें से चार प्रतिशत स्वदेशी असमिया मुसलमान हैं और शेष ज्यादातर बंगाली भाषी मुसलमान हैं।

असम की कुल 126 विधानसभा सीटों में से कम से कम 30 से 35 सीटों पर मुस्लिम वोट एक निर्णायक की भूमिका निभाते हैं।

असम के 34 जिलों में से 19 जिलों में 12 प्रतिशत या उससे अधिक मुस्लिम आबादी है और छह जिलों (इन 19 जिलों में से) में मुस्लिम आबादी 50 प्रतिशत या उससे अधिक है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.