असम सरकार उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू को 3 अक्टूबर को राज्य की प्रस्तावित यात्रा के दौरान राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रीय योगदान के लिए लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई पुरस्कार से सम्मानित करेगी।
अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, द्विवार्षिक पुरस्कार की पुरस्कार राशि, जिसका नाम स्वतंत्रता सेनानी और भारत की आजादी के बाद असम के पहले मुख्यमंत्री गोपीनाथ बोरदोलोई के नाम पर रखा गया था, दो लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया। पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है।
बोरदोलोई को आधुनिक असम का वास्तुकार कहा जाता था और उन्हें 1999 में समाज में उनके योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। असम के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक अधिकारी ने कहा कि यह पुरस्कार पिछले कुछ वर्षों में अनियमित हो गया था और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में कैबिनेट ने शुक्रवार को हुई बैठक में पुरस्कार को द्विवार्षिक बनाने का फैसला किया।
सीएमओ अधिकारी ने बताया कि कैबिनेट ने विभिन्न क्षेत्रों में दिए जाने वाले राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों के नाम बदलने का भी फैसला किया है। असम रत्न पुरस्कार अब से असम बैभव, असम विभूषण को असम सौरव और असम भूषण और असम श्री पुरस्कार को असम गौरव के नाम से जाना जाएगा।
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Source : IANS