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लाचित बोरफुकन पर हस्तलिखित नोट्स से असम का गिनीज वल्र्ड रिकॉर्डस में प्रवेश

लाचित बोरफुकन पर हस्तलिखित नोट्स से असम का गिनीज वल्र्ड रिकॉर्डस में प्रवेश

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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प्रसिद्ध अहोम जनरल लाचित बोरफुकन की 400वीं जयंती समारोह पर सबसे अधिक हस्तलिखित नोट्स जमा करने के लिए असम को एक बार फिर गिनीज वल्र्ड रिकॉर्डस हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है।

भाजपा के नेतृत्व वाली असम सरकार ने प्रसिद्ध अहोम जनरल लचित बोरफुकन के जन्म की 400वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक साल तक चलने वाले उत्सव का आयोजन किया और इस अवसर के तहत दुनिया भर से कुल 42,94,350 हस्तलिखित निबंध प्राप्त हुए।

गुरुवार को गुवाहाटी में जनता भवन में आयोजित समारोह में, गिनीज वल्र्ड रिकॉर्डस के निर्णायक स्वप्निल डांगरिकर ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को प्रमाण पत्र प्रदान किया। सरमा ने कहा: हमने प्रत्येक भारतीय नागरिक से लाचित बोरफुकन के बारे में कुछ लिखने और उसे जमा करने का आग्रह किया, जिसे हमने अहोम जनरल की जयंती मनाने के लिए स्पष्ट रूप से बनाया था।

उन्होंने कहा- 57 लाख लोगों ने लाचित बोरफुकन पर अपने विचार पोस्ट किए..उनमें से 42.94 लाख हस्तलिखित थे। यह गिनीज वल्र्ड रिकॉर्डस में अब तक का सबसे बड़ा हस्तलिखित फोटो एल्बम है। परिणामस्वरूप, उन्होंने सत्यापित, प्रमाणित किया और प्रमाण पत्र दिया। इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर मैं बहुत खुश, आभारी और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। लाचित बोरफुकन को कई दिल से श्रद्धांजलि मिली है, और हम उन्हें भारत में सुर्खियों में लाने के लिए काम करना जारी रखना चाहते हैं।

उन्होंने अहोम जनरल को श्रद्धांजलि देने के लिए युवाओं का भी आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा, लाचित बोरफुकन की प्रशंसा करने के लिए मैं अपने युवाओं की सराहना करता हूं। मैं वीर अहोम जनरल को श्रद्धांजलि लिखने के लिए मेहनती छात्रों और भारत और दुनिया के अन्य लोगों को भी धन्यवाद देता हूं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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