आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों पर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के तीन साल के कामकाज का बखान करने पर 2,000 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया है।
आप ने कहा है कि इसकी बजाय इन रुपयों का उपयोग स्कूल और अस्पताल बनाने पर करना चाहिए था। दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि आप सरकार के प्रचार की निगरानी के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित समिति से अनुरोध करेगी कि वह भाजपा से यह राशि वापस मांगे।
आप नेता ने कहा, "हमने विभिन्न राज्यों में पड़ताल की तो हमें पता चला कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के तीन साल के कामकाज का बखान करने के लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।"
आईएएनएस ने पूछा कि उन्होंने यह राशि कैसे जोड़ी तो आप नेता आशुतोष ने कहा कि 'हमने अपने सूत्रों से मिली जानकारी के' आधार पर यह राशि जोड़ी, हालांकि वह इस राशि का पूरा ब्यौरा नहीं दे सके।
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विभिन्न राज्यों के अखबारों में प्रकाशित विज्ञापन दिखाते हुए सिसोदिया ने कहा, "यह मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और छत्तीसगढ़ में प्रकाशित विज्ञापन हैं। इन भाजपा शासित राज्यों में करदाताओं का पैसा भाजपा के तीन साल के कार्यकाल का बखान करने में किया जा रहा है।"
सिसोदिया ने कहा, 'सरकार को अपना प्रचार करने का अधिकार है और इसकी जरूरत भी है, लेकिन इसका मकसद लोगों के साथ संवाद स्थापित करना होना चाहिए, न कि केंद्र में अपनी पार्टी के तीन साल पूरे होने का जश्न मनाने में।'
पार्टी और मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिए गए कपिल मिश्रा द्वारा शनिवार को लगाए गए 300 करोड़ रुपये के घोटाले के आरोप पर सिसोदिया ने आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि मिश्रा की यह रोज की 'नौटंकी' हो गई है।
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Source : IANS