हिमाचल प्रदेश के सुदूर लाहौल-स्पीति जिले के उदयपुर में पिछले दो दिनों से 16 बच्चों और 60 महिलाओं सहित कुल 175 पर्यटक फंसे हुए हैं, क्योंकि भूस्खलन के बाद सड़कों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
इन पर्यटकों को अब प्राथमिकता के साथ एयरलिफ्ट किया जाएगा। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
उपायुक्त नीरज कुमार ने मीडिया को बताया कि राज्य सरकार से सभी फंसे हुए पर्यटकों को एयरलिफ्ट करने के लिए एक हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है।
उन्होंने कहा कि पर्यटकों को पास के सरकारी विश्राम गृहों और आवासों में ठहराया गया है।
कुमार ने कहा कि मनाली-लेह राजमार्ग और मनाली-उदयपुर राजमार्ग पर यातायात बहाल कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर शुक्रवार की सुबह घटनास्थल पर चल रहे सड़क मरम्मत कार्य और राहत कार्यों की समीक्षा करने जाएंगे।
सरकार ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए एक सलाह जारी की है कि वे ऊंचे पहाड़ों और नदियों के पास घूमने से बचें और भूस्खलन की चपेट में आने वाले अन्य संवेदनशील स्थानों से दूर रहें।
28 जुलाई को बादल फटने के बाद जिला मुख्यालय केलांग से लगभग 15 किलोमीटर दूर लाहौल-स्पीति के उदयपुर उपखंड में तोजिंग नदी में अचानक आई बाढ़ में सात लोग बह गए थे। इसके अलावा तीन लोग लापता है, जिनके बारे में माना जा रहा है कि वह भी पानी के तेज बहाव में बह गए होंगे।
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Source : IANS