'आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है', ये मुहावरा तो आपने सुना ही होगा। इसी मुहावरे को सच कर दिखाया है राउरकेला के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में पढ़ने वाली 11वीं की छात्रा तेजस्विनी।
तेजस्विनी ने एक ऐसी साइकिल का आविष्कार किया जो बिना पैंडल मारे चलती है। साइकिल हवा से चलती है। इस खोज से उसने सबको चकित कर दिया है।
दरअसल तेजस्विनी को स्कूल जाने के लिए अपने घर से काफी दूर जाना पड़ता था। जिस कारण वह थक जाती थी। ऐसे में उसने एक ऐसी साइकिल की खोज की, जो बिना पैंडल की है। यह एक ऐसी साइकिल है, जो हवा से चलती है।
कहां से मिला आइडिया ?
तेजस्विनी के मन में पहली विचार तब आया, जब वह साइकिल रिपेयरिंग शॉप पर गई थी। उसने देखा कि कैसे मैकेनिक साधारण एयर गन का इस्तेमाल कर साइकिल के टायरों की गांठें सुलझा रहा है।
तभी उसके मन में आया है कि अगर एयर गन यह काम कर सकती है तो इससे साइकिल भी चल सकती है। उसने अपना आइडिया अपने पिता नटवर गोच्चायट को बताया। जिसके बाद पिता ने अपनी बेटी को सभी जरूरी सामान दिलवाए। जिसके बाद लड़की ने इस साइकल को बनाया। जिसे देख लोग चकित हैं।
क्यों खास है यह साइकिल ?
साइकिल में एक एयर सिलेंडर लगा हुआ है। जिसमें हवा भरी होती है। एयर सिलेंडर में भरे हवा की मदद से साइकिल चलनी है। इस साइकिल में 6 गियर और एक स्टार्टिंग नॉब है। एक सेफ्टी वॉल्व भी है जो अतिरिक्त एयर रिलीज करती है।
Source : News Nation Bureau