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सात नवंबर को शादी मगर सरहद पार उसकी मोहब्बत कर रही है बस इंतज़ार

क्या उरी हमले की कीमत अदा करेगी ये दुल्हन

Updated on: 07 Oct 2016, 12:20 AM

नई दिल्ली:

कहते है कि जोड़ी उपर बैठा भगवान बनाता है और भगवान ने ही यह दुनिया बनाई है। लेकिन इंसानों ने इस दुनिया में सरहदे बना दी हैं जो अब रिश्तों के बीच आने लगी हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें पाकिस्तान में एक दुल्हन अपने दुल्हे का इंतज़ार कर रही है। 7 नवंबर को होने वाली इस शादी के लिए इस पाकिस्तानी दुल्हन बस कर रही है इंतिज़ार और सिर्फ इंतिज़ार।

असल उरी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव के बीच आम लोगों का जीवन भी प्रभावित होने लगा है। और इसी लिए जोधपुर के नरेश टेवानी की शादी अटकी हुई है। नरेश की होने वाली पत्नी प्रिया पाकिस्तान में हैं और वो शादी की थोड़ी रस्में तो पूरी कर चुकी हैं मगर बची हुई रस्मों के लिए उन्हें हिंदुस्तान आना है जिसके लिए उनको वीज़ा नहीं मिल रहा है। नरेश अपनी हमसफर प्रिया का इंतज़ार कर रहे हैं जो पाकिस्तान के कराची शहर में हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के बाद प्रिया और उसके परिवार को अभी तक वीजा नहीं दिया गया है।

असल में जोधपुर के नरेश टेवानी का रिश्ता तीन साल पूर्व कराची में रहने वाले एक डाक्टर की पुत्री प्रिया से साथ तय हुआ। प्रिया के परिवार ने तीन माह पहले भारत आने के लिए वीजा का आवेदन किया था लेकिन दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव के कारण वीजा अभी तक नहीं दिया गया है। नरेश अपनी प्रिया को भारत लाने की इजाजत दिलवाने के लिए भारत सरकार से गुजारिशें कर रहा है। नरेश ने सोशल मिडिया का इस्तेमाल करते हुए ट्विटर, फेसबुक के जरीए भी सरकार तक अपनी गुहार पहूँचाई है। 

अक्सर ये रस्म होती है कि दूल्हा बारात लेकर ससुराल जाता है लेकिन सिंध प्रान्त के रिवाज के अनुसार दुल्हन खुद चलकर ससुराल आती है और फिर सात फेरे लिए जाते है। लेकिन प्रिया पाकिस्तान में हैं और नरेश यहाँ हिंदुस्तान में हैं। ऐसे में ये सात फेरे की रस्म पूरी नहीं हो सकती है। नरेश के पिता ने बताया कि हमने शादी के कार्ड छपवा दिए, कुछ मांगलिक कार्यक्रम शुरू हो गए लेकिन 45 दिन ही नहीं दो महीने बीत चुके लेकिन पाकिस्तान ने प्रिया और उसके परिवार को अब तक वीजा नहीं दिया है ।