अफगानिस्तान से 84 लोगों का एक ग्रुप गुरुवार को पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के रास्ते डेनमार्क पहुंचा। इस्लामाबाद से स्कैंडिनेवियाई एयरलाइंस के विमान में सवार होकर ये लोग डेनमार्क पहुंचे।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रुप में काबुल में डेनिश दूतावास और उनके परिवारों के लिए काम करने वाले अधिकतर अफगानी शामिल थे।
डेनमार्क के विदेश मंत्री जेप्पे कोफोड ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कहा, मुझे इस बात की पुष्टि करते हुए खुशी हो रही है कि अब हमें अफगान से सुरक्षित निकाले गए 84 लोगों को डेनमार्क लाने वाला विमान मिल गया है।
विमान के पहुंचने पर, लोगों को पहले कोपेनहेगन से 31 किमी उत्तर में डेनमार्क के सबसे बड़े शरण केंद्र सेंटर सैंडहोम में ले जाया गया। शुरुआत में, रेड क्रॉस उनके देखभाल के लिए जिम्मेदार होगा और फिर उन्हें कोरोनावायरस नियमों के तहत पांच दिनों के लिए क्वारंटीन में रहना होगा।
कोफोड ने ट्विटर पर पुष्टि की कि डेन और अफगान कर्मचारियों की निकासी बेरोकटोक जारी है।
ऑपरेशन अभी भी पूरे जोरों पर है और हम अंतिम स्थानीय कर्मचारियों, दुभाषियों और अन्य समूहों को काबुल से बाहर निकालने के लिए काम कर रहे हैं।
हाल ही में एक राजनीतिक समझौते के बाद सुरक्षित निकाले गए अफगान कर्मचारियों और उनके परिवारों को दो साल के लिए डेनमार्क में रहने की अनुमति दी गई है।
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Source : IANS