यूपी के महोबा में बैंक में पैसे निकालने गए एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। दरअसल ये बुजुर्ग अपने इलाज के लिए बैंक से पैसे निकलने गये थे, लेकिन जरूरत से कम पैसे मिलने पर बैंक नाराज़ हो गए और अधिकारियों से बहस हो गई।
बहस के दौरान ही वो गिर गए और उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मरने वाले बुज़ुर्ग बालादीन सारापुर गांव के रहने वाले थे। और ये गांव बैंक से करीब 7 किमी. दूर था। वो अपने बेटे के साथ घंटों से लाइन में कैश निकालने के लिए लाइन में लगे हुए थे।
कैश निकालने के लिए जब बालादीन काउन्टर पर पहुंचे तो बैंक अधिकारियों ने उनके विड्रावल फॉर्म में लिखे 14 हजार रुपये देने से मना कर दिया और सिर्फ 6 हजार ही दिए। इस बात पर बुजुर्ग नाराज़ हो गए और बैंक कर्मचारियों से उनकी बहस हो गई। इस बीच ही उनके सीने में दर्द उठा जिसकी वजह से वो बैंक में जमीन पर गिर पड़े।
बेटे राजेश ने बताया "मैंने पैसे निकालने की स्लिप में 14 हजार रुपये भरे थे लेकिन क्लर्क ने हमें सिर्फ 6 हजार रुपये दिए। मैंने उसे अपने पिता जी की स्थिति के बारे में बताया और मेरे पिताजी ने उससे अनुरोध भी किया लेकिन वो मानने को तैयार नहीं था।"
इसके बाद ही बालादीन की बैंक के अधिकारियों से बहस हो गई। और बैंक के अधिकारियों ने कहा कि वो दोबारा आकर बाकी के पैसे लेकर जाएं। बुजुर्ग की मौत से स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोग बैंक के खिलाफ नारे लगाने लगे और बैंक कर्मचारी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
बाद में पुलिस ने बैंक पहुंच कर भीड़ को शान्त कराया। और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। महोबा के एसपी गौरव सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
500 और 1000 रुपये के नोट बंद होने के बाद लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एटीएम और बैंकों के बाहर लोगों की कतारें खत्म नहीं हो पा रही हैं।
Source : News Nation Bureau