/newsnation/media/post_attachments/images/2016/10/11/32-MohanRSS.jpg)
मोहन भागवत
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS)प्रमुख मोहन भागवत ने केंद्र सरकार की जमकर सराहना की है। आरएसएस के स्थापना दिवस पर मंगलवार को संघ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भागवत ने कई मुद्दों पर अपना वक्तव्य दिया। उन्होंने आरएसएस के नए ड्रेस, कश्मीर हिंसा, कश्मीरी पंडित, सर्जिकल स्ट्राइक, विरोधियों के हमले, कट्टरता और गौरक्षा जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी।
1 मोहन भागवत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए कहा, 'अभी जो शासन है, वह काम करने वाला है, उदासीन रहने वाला नहीं। जिस ढंग से सरकार चल रही है, उससे विश्वास होता है, देश में बदलाव आएगा।'
2 मोहन भागवत ने कश्मीर में हुई हालिया हिंसा पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि राष्ट्रविरोधियों के खिलाफ सख्ती से निपटना जरूरी है। कश्मीर में अलगाववादी उपद्रव करते हैं। उन्हें सीमापार से उकसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में राष्ट्रवाद की भावना जरूरी है। केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार में तालमेल जरूरी है।
Kashmir ki upadravkari shaktiyon ko uksaane ka kaam seema paar se hota hai, ye baat kisise chhupi nahin hai, saari duniya jaanti hai:Bhagwat pic.twitter.com/xK5ubEOlOQ
— ANI (@ANI_news) October 11, 2016
3 संघ प्रमुख ने पाकिस्तान पर भी जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा कि कश्मीर में उपद्रवियों पाकिस्तान बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा, 'पूरा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) भारत का अंग है।'
Entire Kashmir is ours including Mirpur, Muzaffarabad and Gilgit-Baltistan: RSS Chief Mohan Bhagwat pic.twitter.com/5G1osFvDvy
— ANI (@ANI_news) October 11, 2016
4 मोहन भागवत ने कहा कि अभिनवगुप्त के बिना कश्मीर का अधूरा है। कश्मीरी पंडितों को इंसाफ मिले। उन्होंने PoK में सर्जिकल स्ट्राइक की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे जवानों ने शौर्य का परिचय दिया।
5 RSS प्रमुख विपक्षी दलों पर भी खूब बरसे। उन्होंने कहा कि कट्टरता से किसी देश का विकास संभव नहीं। विरोधियों का काम सिर्फ काम निकालना कुछ लोग भारत की तरक्की से जलते हैं। भागवत ने कहा, 'भारत के विरोधियों का अंत होगा।' उन्होंने कहा, 'परंपरा और रीति रिवाज के सही आयामों को लेकर भी कुछ लोग भ्रांति फैला रहे हैं।'
6 उन्होंने विवादित गौरक्षा कार्यक्रम पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि भारत में गाय का ऐतिहासिक महत्तव है। गौरक्षा के लिए बने कानून का पालन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि गोरक्षा में कभी-कभी आंदोलन करना पड़ता है। संविधान की मर्यादा में गोरक्षा हो, जाति धर्म के आधार पर उत्पीड़न न हो।
Gau mata hai, aur iska kaam karne wale saare gau rakshak saare bhale log hai jo kanoon, samvidhaan ke andar rehke kaam karte hain: Bhagwat pic.twitter.com/rRhKv6vdFS
— ANI (@ANI_news) October 11, 2016
7 विजयादशमी के मौके पर संघ (RSS) ने अपने ड्रेस को बदला है। स्वयंसेवक 90 साल पुरानी यूनिफॉर्म (खाकी निकर) छोड़कर भूरे रंग के ट्राउजर में नजर आए। भागवत ने कहा कि मीडिया नई ड्रेस पर खास फोकस कर रहा है।
8 विजयदशमी के मौके पर संघ अपना स्थापना दिवस मनाती है। भागवत ने कहा, 'इस बार की विजयादशमी बहुत खास है। हमने 90 साल पूरे कर दिए हैं।'