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थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत( Photo Credit : ANI)
थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत (Gen Bipin Rawat) ने बताया कि पीओके (PoK) में आतंकवादी कैंपों को निशाना बनाने के लिए आर्टिलरी गन्स का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने बताया कि हमें जानकारी थी कि आतंकवादी आगे के क्षेत्रों में कैंप के करीब आ रहे हैं. पिछले एक महीने में हमने देखा कि आतंकवादी अलग-अलग क्षेत्रों से घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं.
बिपिन रावत ने आगे बताया, 'शनिवार की रात जम्मू-कश्मीर के तंगधार में आतंकवादी घुसपैठ की कोशिश करते दिखाई दिए. हमने उन पर जवाबी कार्रवाई की. पाक ने हमारे पोस्ट पर हमला किया, जिसमें हमें नुकसान हुआ. लेकिन इससे पहले कि वे घुसपैठ की कोशिश कर सकें. हमने उनकी कोशिश को नाकाम कर दिया.
#WATCH Army Chief General Bipin Rawat on Indian Army used artillery guns to target terrorist camps in PoK: On the basis of reports that we have been getting, 6-10 Pakistani soldiers have been killed, 3 camps have been destroyed. Similar no. of terrorists have also been killed... pic.twitter.com/a19gOD90Ab
— ANI (@ANI) October 20, 2019
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जनरल रावत ने कहा, 'आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाना है ये पहले से तय था. हमारे पास आतंकवादी इन शिविरों के निर्देशांक थे. हमने आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचाया है.
उन्होंने बताया कि भारत की ओर से की गई कार्रवाई में पाकिस्तान के 6-10 सैनिक मारे गए हैं. 3 आतंकवादी कैंपों को नष्ट किया गया है.
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जनरल रावत ने कहा कि अगर पाकिस्तान एक्शन लेने की सोचेगा तो भारत का रिएक्शन बहुत बड़ा होगा. उन्होंने कहा पाकिस्तान की किसी भी हिमाकत का सख्त जवाब दिया जाएगा.
सेनाध्यक्ष ने कहा कि कार्रवाई घुसपैठ रोकने के लिए थी, कई आतंकी सीमापार से भारत में घुसने की कोशिश में थे. आतंकियों के डर से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं.
इस बीच एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि भारतीय तोपों से की गई गोलाबारी में कम से कम 20 आतंकवादी मारे गए और यह आंकड़ा काफी अधिक भी हो सकता है.