उत्तर प्रदेश में रिहायशी इमारतों के गिरने का सिललिसा जारी है। ग्रेटर नोएडा के शाहबेही गांव के बाद रविवार को दिल्ली से सटे गाजियाबाद के विकास नगर में एक पांच मंजिला निर्माणाधीन इमारत ताश के पत्तों की तरह ढह गई जिसमें अब तक दो मजदूर की जान जा चुकी है।
इस हादसे में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम अब तक 8 लोगों को सुरक्षित निकाल चुकी है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एनडीआरएफ की टीम अभी भी राहत और बचाव के काम में जुटी हुई है और अभी कई और मजदूरों के भी मलबे में दबे होने की आशंका है।
यह हादसा उस वक्त हुआ जब मजदूर इमारत के कार्य को अंतिम रूप दे रहे थे। पुलिस के मुताबिक इस हादसे में जिस शख्स की मौत हुई है उसके हाथ पर बने टैटू से उसकी पहचान राहुल के रूप में हुई है। लेकिन उसके बारे में अभी और जानकारी जुटाई जा रही है।
पुलिस के अनुसार यह हादसा दोपहर के करीब 3.30 बजे आवासीय कॉलोनी आकाश नगर में हुई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इमारत का निर्माण नियमों का उल्लंघन करते हुए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की बिना अनुमति लिए किया जा रहा था।
गाजियाबाद के जिला अधिकारी ने उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की मुआवजा राशि और प्रत्येक घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की है।
हादसे को लेकर गाजियाबाद जोन के आईजी लॉ एंड आर्डर ने कहा, 'जैसे ही हमें जानकारी मिली पुलिस तेजी से घटनास्थल पर पहुंच गई। राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। हमने अभी तक 7 लोगों को बाहर निकाला है जिसमें एक शख्स की मौत हो चुकी है जबकि 6 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।'
इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं और विभागीय आयुक्त अनीता सी मेश्राम जांच रिपोर्ट सौंपेगी। घटना के बाद परिवार समेत भागे बिल्डर के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है।
इमारत गिरने की खबर मिलते ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए और साथ ही दोषी व्यक्तियों के खिलाफ प्रशासन को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
इमारत में आ गई थी दरार लेकिन बिल्डर ने मजदूरों की बात को कर दिया दरकिनार
हादसे में घायल मजदूरों के मुताबिक जो इमारत गिरी है उसमें सुबह ही दरार नजर आ रही थी लेकिन बिल्डर ने उन्हें दरारों में सीमेंट भरकर उपरी तल पर काम जारी रखने के लिए मजबूर कर दिया। जब मजदूरी उपरी तल पर काम कर रहे थे उसी वक्त बारिश होने लगी। बारिश से बचने के लिए वो सबसे निचले तल पर चल गए जहां पानी भरने के बाद पूरा इमारत धराशायी हो गया।
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शाहबेरी गांव में बीते दिनों हुआ था ऐसा ही हादसा, गई थी 9 लोगों की जान
गौरतलब है कि अभी बीते हफ्ते ही यूपी के ग्रेटर नोएडा में भी ऐसा ही हादसा हुआ था। ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में एक 6 मंजिला इमारत ढह गई थी जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। मलबे में दबे लोगों और शवों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की कई टीमों को तीन दिनों तक मशक्कत करनी पड़ी थी।
पुणे में भी ताश के पत्तों की तरह ढह गई थी इमारत
शनिवार को महाराष्ट्र के पूणे से भी एक बिल्डिंग गिरने की घटना सामने आई थी। पूणे के मुंडवा के केशवनगर में एक बिल्डिंग जमींदोज हो गई थी जिसमें कई लोग दब गए थे। एनडीआरएफ की टीम ने 8 लोगों को इस हादसे में सुरक्षित बचा लिया था।
गौरतलब है कि लगातार इमारते के गिरने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार हरकत में आई है और ऐसे सभी गैरकानूनी और जर्जर-जर्जर हो चुके इमारतों को गिराने या फिर उस पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
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Source : News Nation Bureau