पूरी दुनिया को अपने कदमों नतमस्तक करने के बाद कोरोनावायरस (Corona Virus) नामका राक्षस भारत में भी पांव जमाने की कोशिश कर रहा है. कोरोनावायरस (Corona Virus) ने अब तक देश में कुल दो हजार से भी ऊपर लोगों को अपना शिकार बना चुका है. वहीं 55 से भी ज्यादा लोगों को इस वायरस की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने विधायकों को दिल्ली में कोविड -19 (COVID-19) ले लड़ने के मुद्दों पर बातचीत की. अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 91 नए मामले आए हैं जिसके बाद दिल्ली के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 384 हो गई है.
कोरोना वायरस से दिल्ली में 5 की मौत: केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कोरोना वायरस के खिलाफ दिल्ली में मुहिम छेड़ दी है. अरविंद केजरीवाल ने अपने विधायकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधितक कर बताया कि दिल्ली में किसी भी शख्स को इस लॉकडाउन के दौरान किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए वो लगातार तैयार रहें. दिल्ली सीएम ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह भी बताया कि अब तक दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण से 5 लोगों की मौत हो चुकी है मरने वालों में से एक शख्स निजामुद्दीन मरकज की बैठक में भी शामिल हुआ था वो तबलीगी जमात से था. सीएम केजरीवाल ने बाताया कि दिल्ली में कुल 384 मामलों में से 259 केस निजामुद्दीन मरकज से जुड़ा हुआ है.
57,000 लोगों के लिए 328 राहत केंद्र : केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि, दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के जितने भी मामले आए हैं, उनमें से 58 संक्रमित मरीजों ने विदेश यात्रा की थी. कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों में से कोई भी व्यक्ति दिल्ली के नहीं हैं, हालांकि, क्वारंटीन के लिए इन संक्रमित लोगों को भी यहां रखा गया है. सीएम केजरीवाल ने कहा कि हमने दिल्ली में 57,000 लोगों को ठहराने के लिए 328 राहत केंद्र तैयार किए हैं. जनता को किसी भी तरह से कोई चिंता नहीं करनी चाहिए कोई भी इन राहत केंद्रों में आ सकता है और यहां रह सकता है, हम उनका पूरा खयाल रखेंगे.
सभी विधायकों को दिए आदेश
इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने सभी विधायकों को आदेश दिया है कि वो अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि सभी लोगों को राशन उपलब्ध हो पा रहा है या नहीं. अगर कहीं पर भी जनता को राशन और दैनिक जरूरतों के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है तो वहां के विधायक जनता की इन समस्याओं को किसी भी तरह से हल करवाएं. इसके अलावा जिन लोगों का राशन कार्ड नहीं है उनके राशन कार्ड एप्लाई कराएं.