इजरायल की एक नई स्टडी में पाया गया है कि कोविड वैक्सीन की चौथी डोज 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की सुरक्षा के लिए बेहद प्रभावी है। इजरायल के सबसे बड़े स्वास्थ्य संगठन क्लैट ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक, स्टडी में पाया गया कि चौथी डोज बुजुर्गों में संक्रमण, हॉस्पिटलाइजेशन, गंभीर बीमारी और मृत्यु दर की संभावनाओं को कम करती है।
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित स्टडी के मुताबिक, बोस्टन में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं और उनके सहयोगियों ने 182,122 क्लैलिट सदस्यों के डेटा का विश्लेषण किया, जिनकी उम्र 60 साल और उससे अधिक थी और फाइजर की चौथी डोज ली हुई थी।
स्टडी में 3 जनवरी और 18 फरवरी के बीच चौथी डोज की प्रभावकारिता का मूल्यांकन किया गया। स्टडी में पाया गया कि चौथी डोज 14 से 30 दिनों के अंदर प्रभाव दिखाना शुरू कर देती है।
क्लैलिट रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक रैन बालिसर ने कहा, स्टडी साफ तौर पर दर्शा रही है कि चौथी डोज रोगों से लड़ने में प्रभावी है। यह प्रत्येक व्यक्ति के लिए सुरक्षित है।
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Source : IANS