तालिबान सरकार ने दावा किया है कि पिछले तीन दिनों में 4,559 अफगान शरणार्थियों को ईरान और पाकिस्तान से निकाला गया है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को एक बयान में शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्रालय (एमओआरआर) ने सोमवार को कहा कि तेहरान सरकार द्वारा आयोजित जनगणना के बाद अधिकतर शरणार्थियों को ईरान से निकाल दिया गया है।
ईरानी सरकार ने अफगान अधिकारियों से अवैध यात्रा रोकने का आग्रह किया।
ईरान में अफगान शरणार्थियों की प्रतिनिधि आसिफा स्टेनकजई ने कहा, अफगानों की जनगणना प्रक्रिया की शुरुआत के साथ कानूनी दस्तावेजों के बिना अफगानों का निर्वासन बढ़ गया है।
संयुक्त राष्ट्र और एमनेस्टी इंटरनेशनल ने मेजबान देशों से अफगान शरणार्थियों के निष्कासन और प्रवास को रोकने का आग्रह किया है।
यूएनएचसीआर के अनुसार, अफगान शरणार्थी दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी विस्थापित आबादी हैं, इसके बाद सीरियाई शरणार्थी और विस्थापित वेनेजुएला निवासी हैं।
दुनिया में 2.6 मिलियन रजिस्टर अफगान शरणार्थी हैं, जिनमें से 2.2 मिलियन अकेले ईरान और पाकिस्तान में रजिस्टर हैं।
पिछले साल अगस्त में तालिबान के सत्ता में आने के बाद, 667,900 अफगान नागरिकों ने देश छोड़ दिया था। 2020 के अंत में आंतरिक रूप से विस्थापित नागरिकों की संख्या 3.5 मिलियन दर्ज की गई।
नए विस्थापित अफगानों में 80 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे शामिल थे।
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Source : IANS