महाराष्ट्र (Maharashtra) के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र से लापता तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के 58 सदस्यों में से 40 का पता लगा लिया गया है और उन्हें पृथक वास में रखा गया है. ये 58 लोग पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन (Nijamuddin Markaz) में जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. मंत्री ने कहा कि इस इस्लामिक संगठन के बाकी 18 सदस्य अब भी लापता हैं तथा उन्हें ढूंढ़ने की कोशिश की जा रही है. गौरतलब है कि दिल्ली का निजामुद्दीन का धार्मिक कार्यक्रम देश में कोविड-19 (COID-19) के अतिप्रभावित क्षेत्रों में से एक के रूप में उभरा है.
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अब हो रहा है परीक्षण
उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह तक इस संगठन के 58 सदस्य लापता थे इनमें से कई व्यक्तियों ने अपने मोबाइल बंद कर लिये थे जिस वजह से उन्हें ढूंढ़ना मुश्किल हो रहा था. उन्होंने कहा, 'लेकिन पुलिस ने बड़ी कर्मठतापूर्वक हर सूचना पर काम किया और उनमें से 40 को ढूंढ़ निकाला. उन सभी को संस्थानात्मक पृथक वास में रखा गया है और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार कोरोना वायरस को लेकर उनकी लार का परीक्षण किया जाएगा.'
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156 पर वीजा के दुरुपयोग का मामला
मंत्री ने इन 40 लोगों के बारे में कहा, 'वे भारतीय हैं. हमने उन्हें पृथक वास में रहने की जरूरत को लेकर राजी किया है. यदि उनमें कोई लक्षण नहीं नजर आएगा या कोरोना वायरस के परीक्षण में संक्रमण की पुष्टि नहीं होती हो, तो सरकार निर्धारित प्रक्रिया पूरी कर उन्हें छोड़ देगी.' उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकिारी पहले ही ऐसे 156 विदेशियों का पता लगाया जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया, उन पर वीजा के दुरूपयोग समेत विभिन्न अपराधों को लेकर मामला दर्ज किया गया है.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र से लापता तबलीगी जमात के 58 सदस्यों में से 40 का पता लगाया गया.
- सभी पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन में जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे.
- 156 विदेशियों पर वीजा के दुरूपयोग का मामला दर्ज किया गया है.