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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो)
तीन तलाक को लेकर जारी राजनीति के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने विधवा महिलाओं को लेकर कहा है कि 4.3 करोड़ विधवा महिलाओं को लेकर क्या खयाल है।
अपने ट्वीटर के जरिए ओवैसी ने कहा कि सभी पत्रकार, टीवी एंकर तलाक के मुद्दे में घुसे हुए हैं। आखिर देश की 4.3 करोड़ विधवा महिलाओं को लेकर उनके क्या खयाल हैं? क्या वो उन्हें आर्थिक मदद करेंगे ताकि वो दोबारा शादी कर सकें।
2011 की जनगणना के आंकड़ों का हावाला देते हुए उन्होंने कहा कि देश में इस समय 4.3 करोड़ विधवा महिलाएं हैं जिनमें सबसे ज्यादा हिंदू महिलाएं हैं। 20 लाख हिंदू महिलाएं अकेली हैं या पति से अलग हैं। क्या इसपर नौ बजे की प्राइम टाइम में बहस होगी?
2011 census C3 table 4.3 crore women are widowed,highest amongst Hindus,2.3 lakh women abandoned&separated 20lakh Hindus will 9pm do a show
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 18, 2017
ओवैसी ने मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की एक रिपोर्ट को लेकर दावा किया और कहा कि मुसलमानों के बीच तलाक की दर दूसरे समुदायों के मुकाबले कम है।
Every Journalist ,TV Anchor is interested in Talaaq what about 4.3 crore widowed women providing them incentives t get remarried
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 18, 2017
केंद्र सरकार ने समानता और धर्मनिरपेक्षता के आधार पर तीन तलाक का विरोध किया है, जबकि मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड तीन तलाक की सही ठहराता है। उनका कहना है कि तीन तलाक कुरान और शरियत के हिसाब से सही है।