उत्तराखंड के लिए इस बार मानसून किसी मुसीबत से कम नहीं है। प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। खासतौर पर उत्तरकाशी जिले में बारिश ने काफी तबाही मचाई है। जिले के पूरे ब्लॉकों में हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है।
फिर चाहे वह नाड कठुड पट्टी हो, टेक्नोर पट्टी, बड़ागड़ी पट्टी हो या धौंतरी वाला इलाका, यहां तक कि गंगोत्री, यमुनोत्री क्षेत्र में भी पूरी तरह से आपदा ने तबाही मचा दी है। किसी के घर की दीवारों में दरारें आ गई हैं तो किसी के खेत पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। कई छोटी-छोटी पुलिया बह गई हैं तो कहीं कई सड़कें लिंक मार्ग से पूरी तरह से बंद हैं।
इतना ही नहीं चारधाम यात्रा पर भी बारिश का असर पड़ रहा है। बद्रीनाथ हाइवे जहां बाधित हैं तो वहीं गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा रुकी हुई है। बद्रीनाथ धाम की यात्रा रोकी गई है। पूरा रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है। कहीं स्कूलों में टीचर नहीं पहुंच पा रहे हैं तो कहीं बच्चे भी स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।
जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। लेकिन, धान की फसल पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है। हर जगह भूस्खलन के कारण खेतों में मलबा आ गया है। रात से ही बारिश का सिलसिला अभी भी जारी है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों से अवरुद्ध हो गया है।
गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान का कहना है कि हम लगातार प्रशासन की टीम के साथ प्रत्येक गांव में जा रहे हैं। प्रत्येक गांव में नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। कोशिश की जाएगी कि जितना भी नुकसान हुआ है। सभी लोगों की भरपाई की जाए।
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Source : IANS