तमिलनाडु सीआईडी क्राइम ब्रांच की एक शाखा ने चेन्नई के अलवरपेट इलाके में एक दुकान से तीन मूर्तियां और 11 दुर्लभ पांडुलिपियां जब्त की हैं।
इन मूर्तियों और उन पर बौद्ध शिलालेखों के साथ प्राचीन पांडुलिपियों की उत्पत्ति की अवधि का अभी तक पता नहीं चला है।
सीआईडी क्राइम ब्रांच की आइडल विंग ने शुक्रवार शाम को विशिष्ट इनपुट के आधार पर छापेमारी की तो पाया कि मूर्तियों तथा दुर्लभ पांडुलिपियों को दुकान के तहखाने में छुपाया गया था। दुकान मालिक इनके मूल (ओरिजिन) के बारे में वैध जानकारी प्रदान करने में विफल रहा।
मूर्तियों का निरीक्षण करने वाले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने कहा कि वे चोल काल के हैं।
मूर्तियों का सत्यापन करने वाले एएसआई के एक विशेषज्ञ ने कहा कि एक नटराज की मूर्ति को छोड़कर, अन्य दो नक्काशी और पांडुलिपियां प्राचीन और दुर्लभ के साथ ही कीमती भी हैं और इनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है।
आइडल विंग पहले ही जब्त की गई मूर्तियों की तस्वीरें हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती (एचआर एंड सीई) विभाग को भेज चुकी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे राज्य में विभाग के तहत किसी मंदिर से संबंधित हैं या नहीं।
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Source : IANS