बांग्लादेश के नोआखाली जिले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि हाल ही में दुर्गा पूजा के दौरान हिंदू परिवारों और मंदिरों पर हुए सांप्रदायिक हमले में कम से कम दो लोग मारे गए थे।
19 साल के रिपन अहमद, 24 साल के अराफात हुसैन और 25 साल के इब्राहिम खलील ने हमलों में शामिल होने की बात कबूल की है।
15 अक्टूबर को, 42 वर्षीय जतन कुमार साहा की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और अगले दिन 20 वर्षीय प्राणतो दास का शव चौमुहानी में इस्कॉन मंदिर के बगल में एक तालाब में मिला था।
नोआखाली के पुलिस अधीक्षक एम. शाहिदुल इस्लाम ने कहा कि पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तारी करने से पहले सीसीटीवी फुटेज के जरिए तीन आरोपियों की पहचान की।
पुलिस ने कहा कि वीडियो फुटेज देखकर घटना में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि एक वरिष्ठ न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शनिवार की देर रात तीनों को जेल भेजने से पहले उनके बयान दर्ज किए।
हमलों के मामले में गिरफ्तार एक अन्य आरोपी 19 वर्षीय अब्दुर रहीम सुजान ने गुरुवार को इकबालिया बयान दिया।
पुलिस अब तक नोआखाली के बेगमगंज उपजिला के चौमुहानी बाजार इलाके में हुए हमलों में कथित संलिप्तता के आरोप में लगभग 130 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
एसपी ने रविवार को आईएएनएस को बताया कि घटना के संबंध में कुल 10 मामले दर्ज किए गए हैं।
इस बीच, बांग्लादेश मेडिकल एसोसिएशन (बीएमए) सहित विभिन्न संगठनों ने चौमुहानी और बेगमगंज में मंदिरों, पूजा स्थलों, मंदिरों, दुकानों और घरों पर सांप्रदायिक हमलों के विरोध में मानव श्रृंखला और प्रदर्शन आयोजित किए।
कार्यक्रम का आयोजन रविवार की सुबह जिला सिविल सर्जन कार्यालय के सामने और अब्दुल मालेक उकिल रोड पर सिटी हॉल के चौराहे पर किया गया। इसमें आयोजकों के अलावा विभिन्न वर्गो और व्यवसायों के लोगों ने भाग लिया।
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Source : IANS