लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम 23 मई 2019 को आ गए हैं. 17वीं लोकसभा में 542 में से 303 सांसद भारतीय जनता पार्टी के चुनकर आए हैं जबकि एनडीए की बात करें तो ये संख्या 353 तक पहुंच गई है. यह पहला मौका है जब एनडीए इतनी सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रही है. एनडीए के विजेता सांसदों में बहुत से युवा सांसद भी हैं जिनकी उम्र महज 25 साल, 28 साल, और 29 साल ही हैं. लेकिन युवाओं के लोकसभा पहुंचने की ये तादात इस बार घट गई है.
17वीं लोकसभा में सबसे ज्यादा 78 महिलाएं देश के अलग-अलग क्षेत्रों से संसद में पहुंची है. इनमें से सात महिलाएं ओडिशा से है. जिसमें से 5 बीजू जनता दल और 2 भारतीय जनता पार्टी की हैं. इनमें से सबसे कम उम्र 25 वर्ष की बीजद सांसद चंद्राणी मुर्मू भी शामिल है. मुर्मू पेशे से इंजीनीयर हैं और वो ओडिशा के केन्झार लोक सभा सीट से जीतकर संसद पहुंची हैं.
वहीं दक्षिण बेंगलूरू से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर तेजस्वी सूर्या भी पुरुषों में सबसे कम उम्र के सांसद चुने गए हैं. तेजस्वी सूर्या अभी महज 28 वर्ष के हैं. तेजस्वी के अलावा कर्नाटक से ही जनता दल सेक्युलर के प्रमुख एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना लोकसभा में चुनकर आए हैं जिनकी उम्र अभी 29 साल है. हालांकि 2019 की लोकसभा चुनावों में 26 से 35 वर्ष के कई युवा चेहरे चुनावी मैदान में थे. मगर इनमें से 23 उम्मीदवार ही खुशनसीब निकले जिन्हें जीत हासिल हो सकी. वहीं 197 सांसद ऐसे हैं जिन्हें दूसरी बार जनता ने चुन कर सदन में पहुंचाया है. इस बार लोकसभा चुनावों में 10 करोड़ मतदाता पहली बार वोटर लिस्ट में शामिल हुए थे जिन्होंने पहली बार वोट दिया था इनमें से 1.50 करोड़ मतदाता ऐसे थे जिनकी उम्र 18 से 19 वर्ष के बीच है.
1957 में सबसे ज्यादा युवा चेहरे संसद पहुंचे थे
आजादी के बाद साल 1952 के लोकसभा चुनावों में 25 प्रतिशत युवा सांसद पहुंचे थे जबकि इसके अगले लोकसभा चुनावों साल 1957 में अब तक सबसे ज्यादा 35 प्रतिशत सांसद युवा संसद में पहुंचे थे इसके बाद साल 2004 में 20 प्रतिशत, 2014 में केवल 8 प्रतिशत युवा ही संसद पहुंचे थे. जबकि इसबार युवाओं की सदन में पहुंचने वालों की संख्या 12 फीसदी तक पहुंची है.
17 वीं लोकसभा के सांसदों की औसत उम्र 54
17 वीं लोकसभा के आकड़ों पर नजर डालें तो सांसदों की औसत उम्र 54 निकल कर सामने आती है. इनमें 12 प्रतिशत सांसद 40 वर्ष से कम उम्र के हैं. जो 16 वीं लोकसभा से चार प्रतिशत ज्यादा है. इनमें 25 से 40 आयु वर्ग के 12 प्रतिशत सांसद है. 41 से 55 आयुवर्ग के 41 प्रतिशत सांसद है. 56 से 70 आयु वर्ग के बीच 42 प्रतिशत और 70 वर्ष से अधिक उम्र के 6 प्रतिशत सांसद हैं जो 17वीं लोकसभा में मौजूद रहेंगे.
इस बार 394 ग्रेजुएट पहुंचे हैं संसद
लोकसभा चुनाव 2019 में चुनकर लोकसभा पहुंचे सांसदों में से लगभग आधे से ज्यादा सांसद ग्रेजुएट हैं. बाकी बचे सांसदों में से 27 प्रतिशत सांसद 12वीं कक्षा तक पढ़े हैं. वहीं 43 प्रतिशत सांसदों ने ग्रेजुएट डिग्री हासिल की है. 25 प्रतिशस सांसद ऐसे हैं जिनके पास डॉक्टरेट की डिग्रियां भी हैं. इसके अलावा 25 प्रतिशत सांसदों ने पोस्ट ग्रेजुएट किया है. वहीं 4 प्रतिशत सांसदों के पास डॉक्टरेट की डिग्री भी है. 16 वीं लोकसभा में 20 प्रतिशत सांसद 12 वीं तक पढ़े थे.1996 से करीब हर लोकसभा में 75 प्रतिशत ग्रेजुएट प्रत्याशी चुनकर संसद पहुंच रहे है.
HIGHLIGHTS
- साल 2014 में पहुंचे थे 8 फीसद युवा सांसद
- मौजूदा लोकसभा में सांसदों की औसत उम्र 54
- इस बार 12 फीसदी युवा पहुंचे संसद
Source : News Nation Bureau