कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी देश और दुनिया के लिए मुसीबत बन चुका है. इस कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए देश में लॉकडाउन लागू है. ऐसे में मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए एकीकृत कोचिंग का आयोजन असंभव है. संस्थान बंद होने के साथ-साथ सार्वजनिक वाहनों पर रोक से शिक्षा नगरी कोटा में दूसरे राज्यों के तमाम छात्र फंसे हुए हैं, जिनमें उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के करीब 6 हजार छात्र हैं. मगर अब ये छात्र अपने घरों को वापस लौंटेंगे. कोटा (Kota) के संभागीय आयुक्त एलएन सोनी ने इसकी जानकारी दी है.
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उन्होंने बताया कि कोटा में रहकर पढ़ाई करने वाले लगभग 6 हजार छात्रों को वापस लाने के लिए उत्तर प्रदेश से 200 बसें भेजी गई हैं. बच्चों को लेने शाम 7 बजे यह बसें कोटा पहुचेंगी. बस स्टाफ और बच्चों को भोजन करवाकर देर शाम रवाना किया जाएगा. सरकार के स्तर पर लिए गए निर्णय पर जिला कलक्टर ओम कसेरा ने एडीएम प्रशासन नरेन्द्र गुप्ता को समन्यवय अधिकारी बनाया है और एएसपी मुख्यालय राजेश मील पुलिस की ओर से सम्पूर्ण व्यवस्था के प्रभारी होंगे.
कोटा शहर में बसों की पार्किंग के लिए तीन स्थल बनाए हैं. जहां से छात्रों को बसों में बैठाया जाएगा. एक बस स्टॉप लैंडमार्क एलन ग्राउंड में बनाया गया है. दूसरा होटल कंट्री इन के पास एलन साकार भवन के सामने और तीसरा जवाहर नगर पेट्रोल पंप के सामने प्राइवेट बस स्टैंड परिसर में होगा. इसके अलावा बसों की रवानगी स्थल 6 बनाए गए हैं.
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बता दें कि राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण लोगों की संख्या बढ़कर 1,193 हो गई है. जबकि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है. शुक्रवार को राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के 62 नये मामले सामने आए, इनमें जयपुर में छह, जोधपुर में 28, टोंक में 13, कोटा में 6, नागौर में दो, झुंझुनू, अजमेर और झालावाड़ में एक-एक मामला शामिल है.
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