/newsnation/media/post_attachments/images/2018/01/10/30-LaluYadav.jpg)
लालू यादव के दोनों सेवकों को जेल से रिहा कर दिया जाएगा। दरअसल कथित साजिश के तहत उन पर झूठी एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा गया था और अब झूठा मामला दर्ज करने वाले के खिलाफ पुलिस केस दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
दरअसल मंगलवार को चारा घोटाला मामले में साढ़े तीन साल जेल की सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव के दो सहयोगी होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल में उनकी सेवा के लिए पहुंचे थे।
उनके खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई थी और उसके आधार पर उन्हें कोर्ट ने जेल भेज दिया था।
चाचा मदन पर मारपीट और लूटपाट करने का आरोप उसके ही सगे भतीजे सुमित ने लगाया और एफआईआर भी दर्ज कराई। लेकिन जजांच में पता चला कि ये झूठा मामला था।
पुलिस का कहना है कि इन लोगों ने सरेंडर किया था और उसके बाद इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इस मामले की जांच की जा रही है।
It seems these are the two people who had surrendered in a case which was registered on 23.12.17, we are probing the matter: RK Mehta,DSP Ranchi on reports of two Lalu Prasad Yadav aides serving him in jail pic.twitter.com/MdCmZL44HM
— ANI (@ANI) January 10, 2018
इस खुलासे के बाद अब लालू के दोनों सहयोगियों लक्ष्मण और मदन को जेल से रिहा किया जाएगा। लेकिन इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
और पढ़ें: लालू यादव की सेवा में बिरसा मुंडा जेल पहुंचे उनके दो 'सेवक'
लक्ष्मण और मदन के खिलाफ मारपीट करने और दस हजार रुपये छीन लेने का आरोप सुमित नामक शख्स ने लगाया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। ये दोनों शख्स रांची के ही रहने वाले हैं।
और पढ़ें: बजट में मिल सकता है तोहफा, बढ़ाई जा सकती है टैक्स छूट की सीमा
Source : News Nation Bureau