West Bengal: BSF ने तस्करी की बड़ी कोशिश को किया विफल, लाखों की बांग्लादेशी प्रतिबंधित सामान को किया जब्त
Kerala Lottery Result: केरल लॉटरी ने सोमवार को लगाई इनामों की झड़ी, एक करोड़ रुपये का पहला पुरस्कार
Bengaluru Accident: भगदड़ में 17 साल के शिवलिंगा ने गंवाई थी जान, परिवार को 25 लाख का मुआवजा
डोनाल्ड ट्रंप ने दंगाइयों पर जरूरी कार्रवाई के दिए निर्देश, लॉस एंजिल्स की मेयर से माफी मांगने को कहा
मध्य प्रदेश में कृषि आधारित उद्योग पर 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी : मोहन यादव
कांग्रेस ने तेलंगाना इकाई के लिए 27 उपाध्यक्षों और 69 महासचिवों की घोषणा की
पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल
साधु-संतों ने पीएम मोदी के 11 साल के कार्यकाल को सराहा, सनातन के लिए स्वर्णिम काल बताया
उत्तर प्रदेश: अमरोहा में सीजीएसटी अधीक्षक और कर अधिवक्ता रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

197 पूर्व अफसरों ने की 'पॉलिटिक्स ऑफ हेट' को बेनकाब करने की अपील

सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, 97 सेवानिवृत्त नौकरशाहों और 92 सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के अधिकारियों सहित 197 हस्ताक्षरकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला पत्र लिखकर

सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, 97 सेवानिवृत्त नौकरशाहों और 92 सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के अधिकारियों सहित 197 हस्ताक्षरकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला पत्र लिखकर

author-image
Iftekhar Ahmed
एडिट
New Update
PM Modi1

197 पूर्व अफसरों ने की 'पॉलिटिक्स ऑफ हेट' को बेनकाब करने की अपील( Photo Credit : File Photo)

सेवानिवृत्त न्यायाधीशों, 97 सेवानिवृत्त नौकरशाहों और 92 सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के अधिकारियों सहित 197 हस्ताक्षरकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुला पत्र लिखकर "नफरत की राजनीति का अंत" करने की अपील की है. इस पत्र को संवैधानिक आचरण समूह (सीसीजी) के उस पत्र के जवाब के रूप में देखा जा रहा है, जिससे "घृणा की राजनीति को समाप्त करने" के लिए पीएम को चुप्पी तोड़ने और कोई कदम उठाने को कहा गया था. इसके उलट इस पत्र में पीएम से ऐसे लोगों को बेनकाब करने के लिए कहा गया है, जो इस पर कथित रूप से केवल राजनीति कर रहे हैं. 

Advertisment

अब से पहले 108 पूर्व नौकरशाहों ने भी लिखी थी चिट्ठी
गौरतलब है कि पीएम मोदी को दो दिन पहले ही 108 पूर्व नौकरशाहों ने चिट्ठी लिखकर 'नफरत की राजनीति' को समाप्त करने का आह्वान करने की बात कही थी, जिसके बाद इस नई चिट्ठी से उसका विरोध किया गया है. दरअसल, उस पत्र में कहा गया था कि केवल भाजपा शासित राज्यों में ही ऐसा हो रहा है. लिहाजा, प्रधानमंत्री को इसपर कोई कदम उठाना चाहिए.

पीएम से की साजिशों को बेनकाब करने की अपील
पूर्व न्यायाधीशों, लोक सेवकों और सशस्त्र बलों के अधिकारियों की ओर से लिखे गए इस नए पत्र में कहा गया है कि हम निहित स्वार्थों के लिए घिनौने जोड़-तोड़ की निंदा करते हैं और सभी सही सोच वाले नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे हमारे महान राष्ट्र की एकता और अखंडता को संरक्षित करने के लिए उन्हें बेनकाब करें.

ये भी पढ़ेंः पूरे भारत में भीषण गर्मी का कहरः इस तारीख को बारिश, मिल सकती है राहत

 सीसीजी के पक्षपातपूर्ण रवैये पर उठाए सवाल
इसके साथ ही इस पत्र में पश्चिम बंगाल में  चुनाव के बाद की अभूतपूर्व हिंसा पर तथाकथित सीसीजी की चुप्पी का भी जिक्र किया गया है. इसके साथ ही लिखा गया है कि ये इन मुद्दों के प्रति उनके निंदक और गैर-सैद्धांतिक दृष्टिकोण को उजागर करता है. इस खुले पत्र में कहा गया है कि पूर्व न्यायाधीशों, लोक सेवकों और सशस्त्र बलों के अधिकारियों से लेकर पीएम मोदी तक को निशाना बनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. 

HIGHLIGHTS

  • सीसीजी के पत्र पर उठाए गए सवाल
  • समूह ने पत्र को राजनीति से प्रेरित बताया
  • बंगाल हिंसा में चुप्पी पर भी उठाए सवाल
ex-bureaucrats letter to pm open letter to pm modi Letter To PM Modi PM modi PM Narendra Modi
      
Advertisment