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आदिवासी युवती के 50 टुकड़े करने की वारदात में 12वां आरोपी पांच महीने बाद गिरफ्तार

आदिवासी युवती के 50 टुकड़े करने की वारदात में 12वां आरोपी पांच महीने बाद गिरफ्तार

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IANS
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12th accued

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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झारखंड के साहिबगंज में बीते साल दिसंबर में आदिवासी युवती रूबिका पहाड़िन की हत्या के बाद उसके शव के 50 से ज्यादा टुकड़े करने की वारदात के आखिरी आरोपी सलीम अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस वारदात में नामजद सभी 12 अभियुक्त अब जेल में हैं।

साहिबगंज के पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने बताया कि इस वारदात में 11 लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया गया था, लेकिन लाश के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों पर ठिकाने लगाने वाला सलीम अंसारी वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। वह इस कांड के मास्टरमाइंड मैनुल अंसारी का दामाद है। पुलिस ने मैनुल अंसारी को वारदात के 64 दिन बाद दिल्ली के पास गिरफ्तार किया था। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाने में उसके दामाद सलीम अंसारी ने उसकी सहायता की थी। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस के अनुसार, सलीम हैदराबाद भाग गया था। अभी हाल में ईद पर वह साहिबगंज आया था। उसे गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया।

बता दें कि बोरियो थाना क्षेत्र निवासी आदिम पहाड़िया जनजाति की 22 वषीर्या रूबिका की हत्या उससे महज डेढ़ महीने पहले शादी रचाने वाले दिलदार अंसारी और उसके परिवार के लोगों ने कर दी थी और इसके बाद बेहद क्रूरता के साथ उसकी लाश के 50 टुकड़े कर दिए थे। मामला तब सामने आया 17 दिसंबर, 2022 को बोरियो में निमार्णाधीन आंगनबाड़ी के पास से एक महिला का पैर बरामद किया गया था। इसके बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की तो मानव शरीर के 18 टुकड़े मिले। जहां-तहां फेंके गए उसके शव के टुकड़े कुत्ते खा रहे थे। वारदात सामने आते ही पुलिस ने दिलदार अंसारी, उसके पिता मो. मुस्तकिम अंसारी, मां मरियम खातून, पहली पत्नी गुलेरा अंसारी, भाई अमीर अंसारी, महताब अंसारी, बहन सरेजा खातून सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

रूबिका पहाड़िन के साथ मो. मुस्तकीम के पुत्र दिलदार अंसारी का कई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने फिर शादी कर ली। दिलदार पूर्व से ही शादीशुदा था। इसे लेकर दिलदार के परिजन नाखुश थे। घरवालों की नाराजगी के कारण दिलदार रेबिका को बोरियो संथाली के हेमंती मुर्मू के मकान में रखता था। इसके बाद दिलदार की मां मरियम खातून ने रेबिका को अपने भाई मोईनुल अंसारी के घर बोरियो मांझी टोला पहुंचा दिया, जहां उसकी हत्या कर दी गयी। इसके बाद लोहे काटने वाली मशीन से शव को टुकड़े टुकड़े कर अलग-अलग जगह पर फेंक दिए गए। इस वारदात का मास्टरमाइंड मोइनुल अंसारी ही बताया जा रहा है। वह पूर्व में भी कई मामलों में नामजद अभियुक्त रहा है और एक आपराधिक वारदात में तिहाड़ जेल में बंद भी रहा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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