पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की. पीएम मोदी ने शाम 5 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी के लोगों को किया और उनके सवालों के जवाब दिए. इसमें उन्होंने कोरोना को लेकर लोगों में जागरुकता फैलाई इसके साथ ही इस संकट की घड़ी में कोरोना वायरस से लड़ने का उपाय बताए. आइए जानते हैं वाराणसी के लोगों से पीएम की चर्चा की 10 बड़ी बातें.
- महाभारत का युद्ध 18 दिन चला था, लेकिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई 21 दिन चलेगी. भारत के लोगों को यह युद्ध जीतना है. महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण नेतृत्व कर रहे थे. लेकिन आज 130 करोड़ लोगों को कोरोना के खिलाफ जंग लड़नी होगी.
- संकट की घड़ी में काशी सबके लिए उदाहरण प्रस्तुत कर सकती है. काशी का अर्थ है शिव, शिव यानी कल्याण. शिव की नगरी के पास अगर सभी को मार्गदर्शन देने का तरीका नहीं होगा तो फिर किसके पास होगा?
- कई लोगों ने कोराना को बहुत हल्के में ले रखा है. मनुष्य का स्वभाव यही है कि अपने अनुकूल चीजों को वह मान लेते हैं. ऐसे लोगों से मेरा आग्रह है कि अपनी गलतफहमी छोड़ें और कोरोना की गंभीरता समझें.
- कोरोना वायरस अमीर-गरीब नहीं देखता. विकसित देश या विकासशील देश नहीं देखता. जो लोग खूब व्यायाम करते है वह भी इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं. लोग इस बीमारी को हल्के में न लें.
- कोरोना जैसी बीमारी से बचने का सोशल डिस्टेंसिंग ही एकमात्र उपाय है.
- हमें यह भी ध्यान देना चाहिए कि कोरोना से एक लाख लोग ठीक हुए हैं. भारत में भी दर्जनों लोग ठीक हुए हैं. जो खुशी की भी बात है. लेकिन इससे दुनिया भर में हजारों लोगों की मौत भी हुई है.
- व्हाट्सएप नंबर 9013151515 सरकार की ओर से जारी किया गया है. इस नंबर पर आपको कोरोना से जुड़ी सभी जानकारी मिल जाएगी. नमस्ते लिखते ही आपको जानकारी मिलने लगेगी.
- डॉक्टरों और कोरोना की लड़ाई में शामिल लोगों से भेदभाव की खबरे आ रही हैं. सभी राज्यों को बता दिया गया है कि इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. गृह मंत्रालय ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेगी.
- कोरोना का जवाब करुणा से देने की जरूरत है. नवरात्रि के पावन पर्व जो लोग सक्षम हैं उन्हें यह प्रण लेना चाहिए कि वह 21 दिन तक अपने आस पास के 9 गरीब परिवारों का ध्यान रखेंगे. अगर ऐसा करते हैं तो मां भगवती की इससे बड़ी भक्ति और कुछ नहीं होगी.
- कोरोना के खिलाफ अभी कोई दवाई और वैक्सीन नहीं बनी है. हमारे देश के साथ ही दूसरे देशों के वैज्ञानिक भी वैक्सीन बनाने में लगे हैं. इस संकट की घड़ी में बिना डॉक्टरों की सलाह के हमें कोई भी दवाई नहीं लेनी है.
Source : News Nation Bureau