नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने शनिवार को कहा है कि उसने भारतीय जल क्षेत्र से लगभग 2,500 किलोग्राम उच्च शुद्धता मेथम्फेटामाइन जब्त किया है, जिसकी कीमत 12,000 करोड़ रुपये है। साथ ही एनसीबी ने इस सिलसिले में एक संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को हिरासत में लिया है।
यह बरामदगी भारतीय नौसेना और एनसीबी अधिकारियों ने एक संयुक्त अभियान के दौरान की। एनसीबी के अनुसार, एक गुप्त सूचना मिलने के बाद भारतीय अधिकारी अलर्ट पर थे। इनपुट के आधार पर एक जहाज की पहचान की गई और भारतीय नौसेना द्वारा उसे रोका गया।
टीम ने ऑपरेशन समुद्रगुप्त के तहत ड्रग्स का परिवहन करने वाले एक मदर शिप को रोका। इसके बाद संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक को पकड़ा। ऑपरेशन का उद्देश्य अफगानिस्तान से उत्पन्न होने वाली ड्रग्स की समुद्री तस्करी का मुकाबला करना है। दक्षिणी मार्ग से ड्रग्स की तस्करी के संबंध में पिछले 18 महीनों में एनसीबी द्वारा यह तीसरी महत्वपूर्ण जब्ती है।
एनसीबी के अनुसार, हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री मार्ग पर हेरोइन और अन्य ड्र्ग्स की समुद्री तस्करी से राष्ट्रीय सुरक्षा को होने वाले खतरे के मद्देनजर, जनवरी 2022 में एनसीबी के डीजीपी (ओपीएस) संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में ऑपरेशन समुद्रगुप्त लॉन्च किया था।
एक अधिकारी ने कहा कि निरंतर खुफिया कलेक्शन और विश्लेषण के परिणामस्वरूप एक अत्यधिक संभावित मार्ग की पहचान की गई थी। सूचना को भारतीय नौसेना के साथ साझा किया गया था और एक भारतीय नौसेना जहाज को आसपास के क्षेत्र में तैनात किया गया था। इसी इनपुट के आधार पर नौसेना की ओर से समुद्र में जा रहे एक बड़े जहाज को रोका गया।
अधिकारी ने कहा कि जहाज से संदिग्ध मेथमफेटामाइन की कुल 134 बोरियां बरामद की गईं और एक व्यक्ति को पकड़ा गया। संदेह है कि पकड़ा गया व्यक्ति पाकिस्तानी नागरिक हो सकता है। वह एक स्पीड बोट पर था और उस पर ड्रग्स लदा हुआ था। मदर शिप से जब्त किए गए सभी सामान को कोच्चि लाया गया और आगे की कार्रवाई के लिए एनसीबी को सौंप दिया गया।
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Source : IANS