Advertisment

कांग्रेस ने पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए ठोस प्रयास नहीं किए: पीएम मोदी

कांग्रेस ने पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए ठोस प्रयास नहीं किए: पीएम मोदी

author-image
IANS
New Update
New Delhi

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हमला तेज करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन के दौरान कभी भी पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए ठोस प्रयास नहीं किए।

पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हरियाणा में क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को संबोधित करते हुए कहा, कांग्रेस शासन के दौरान, पंचायती राज संस्थाओं को मजबूत करने के लिए कभी ठोस प्रयास नहीं किए गए। ज्यादातर कार्रवाई केवल आंकड़ों और कागजों तक ही सीमित थी।

उन्होंने कहा, आजादी के बाद चार दशकों तक कांग्रेस ने गांवों में पंचायती राज व्यवस्था लागू करने के महत्व को नहीं समझा। अमृत काल की इस यात्रा में हमें पिछले दशकों के अनुभवों को ध्यान में रखना होगा।

पीएम मोदी ने कहा, जम्मू-कश्मीर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार ग्राम पंचायत से लेकर जिला स्तर तक चुनाव हुए। पहली बार जमीनी स्तर पर लोकतंत्र स्थापित हुआ है।

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि विकसित भारत के लिए जिलों का विकसित होना भी उतना ही जरूरी है।

पीएम मोदी ने कार्यक्रम में शामिल सदस्यों से कहा, विकसित भारत के लिए अपने जिलों को विकसित करना जरूरी है। आपको सोचना चाहिए कि 2047 तक आपका जिला भी विकसित हो जाए। इसके लिए आप पांच साल की योजना बना सकते हैं। आपके जिले के लिए कौन सी योजनाएं महत्वपूर्ण हैं, आपको इस बारे में सोचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रतिनिधि होने के नाते उन्हें पंचायती व्यवस्था का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान एक जिला एक उत्पाद के महत्व पर भी जोर दिया।

जिलों में जीएसटी कलेक्शन के बारे में बात करते हुए मोदी ने कहा, अगर जीएसटी कलेक्शन ज्यादा होगा तो विकास के लिए ज्यादा पैसा मिलेगा.

इस मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी मौजूद रहे।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment