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India-Israel economic ties Photograph: (News Nation)
भारत और इज़राइल के बीच आर्थिक सहयोग को मजबूती देने के लिए सोमवार को एक ऐतिहासिक द्विपक्षीय निवेश समझौते ( BIA) पर हस्ताक्षर हुए. इस समझौते पर भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और इज़राइल के वित्त मंत्री बेज़लेल स्मोट्रिच ने हस्ताक्षर किए. नया करार निवेशकों को सुरक्षा और निश्चितता प्रदान करेगा और दोनों देशों के बीच व्यापार व निवेश को और बढ़ाएगा. यह समझौता 1996 में हुए पुराने निवेश करार की जगह लेगा, जिसे 2017 में भारत की नई निवेश संधि नीति के तहत समाप्त कर दिया गया था.
खास बात यह है कि OECD सदस्य देशों में इज़राइल पहला देश है जिसके साथ भारत ने अपने नए मॉडल के तहत निवेश संधि पर हस्ताक्षर किए हैं.
साझा रणनीतिक हितों पर जोर
बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने भारत-इज़राइल के गहरे आर्थिक रिश्तों और साझा रणनीतिक हितों पर जोर दिया. साथ ही नवाचार, बुनियादी ढाँचा, वित्तीय विनियमन और डिजिटल सेवाओं के व्यापार में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी.
दोनों देशों ने क्षेत्रीय विकास बैंकों के ढाँचे में भी मिलकर काम करने का निर्णय लिया. इज़राइल ने भारतीय वित्त मंत्री को आपसी दौरे के लिए आमंत्रित किया और द्विपक्षीय वित्तीय प्रोटोकॉल स्थापित करने पर भी सहमति बनी, जिससे इज़राइली निर्यातकों को बेहतर वित्तीय सुविधाएँ मिल सकेंगी.
उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारत में
इज़राइली वित्त मंत्री स्मोट्रिच के नेतृत्व में आए उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल में वित्त मंत्रालय और सिक्योरिटीज अथॉरिटी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे, जिनमें डायरेक्टर जनरल इलान रोम, मुख्य अर्थशास्त्री डॉ. शमुएल अब्रैमज़ोन, अकाउंटेंट जनरल याहली रोथेनबर्ग और सिक्योरिटीज अथॉरिटी के चेयरमैन सेफी ज़िंगर मौजूद रहे.
प्रतिनिधिमंडल ने अपने भारतीय समकक्षों से कई दौर की बैठकें कीं, जिनका उद्देश्य दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग और संपर्क को बढ़ाना रहा.
इज़राइल ने भारतीय दूतावास की सराहना की
वित्त मंत्री स्मोट्रिच ने नई दिल्ली स्थित इज़राइली दूतावास की सराहना करते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण उपलब्धि में उनकी कड़ी मेहनत और सहयोग की अहम भूमिका रही.