ड्रग्स के खिलाफ केंद्र सरकार ने बड़ा अभियान छेड़ रखा है. दिल्ली पुलिस और एनसीबी की टीम ने दिल्ली एनसीआर से लेकर हरियाणा-पंजाब तक ड्रग्स की तस्करी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से 27.4 किलो हाई क्वालिटी ड्रग्स को बरामद किया है.
ड्रग्स की यह खेप स्कूल कॉलेजों के करीब रहने वाले वेंडरों के साथ रेव पार्टियों में सप्लाई की जानी थी. पुलिस के अनुसार, पकड़े गए ड्रग्स तस्करों में चार नाइजीरियन हैं. वहीं एक भारतीय युवक है. बताया जा रहा है कि इस रैकेट में शामिल 20 से ज्यादा लोगों की पहचान बाकी है. फिलहाल पुलिस और एनसीबी की टीम पकड़े गए ड्रग्स तस्करों से पूछताछ कर रही है. पुलिस सभी 20 लोगों की पहचान में जुट गई है.
चार राज्यों में फैला है नेटवर्क
पुलिस के अनुसार, इस गिरोह का नेटवर्क दिल्ली से पंजाब तक और हरियाणा से राजस्थान तक फैला हुआ है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, दो दिन पहले एनसीबी को इनपुट मिला था कि छतरपुर क्षेत्र में नशे की खेप मिली है. इस इनपुट पर एनसीबी ने दिल्ली पुलिस के साथ एक संयुक्त टीम तैयार की. इसके बाद बड़ी छापेमारी की. इसी दौरान एक वैन में चार नाइजीरियन युवक नशे की खेप के साथ पकड़े गए हैं.
दो दिनों तक चला अभियान
इनके पास से पुलिस ने 5.103 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाला क्रिस्टल मेथमफेटामाइन बरामद किया गया. इसकी कीमत 10.2 करोड़ रुपये तक आंकी गई है. तस्करों से पूछताछ हो रही है. इनके पास से खेप का छोटा भाग बरामद किया गया है. बताया जा रहा है कि दिल्ली के तिलक नगर और उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा बाकी की खेप रखी है. जो इनपुट हासिल हुआ उस पर करीब दो दिनों तक लगातार ऑपरेशन चलाया गया. दोनों ठिकानों से ड्रग्स की खेप बरामद की गई. एक भारतीय युवक को पकड़ा गया है.
ऐसे पहुंचे स्टॉक तक
पुलिस को मिली जानकारी के तहत ड्रग्स की खेप तिलक नगर में सबसे पहले लाई जाती है. पुलिस टीम इस ठिकाने पर पहुंची तो यहां रह रहे एक अफ्रीकी किचन से 1.156 किलोग्राम क्रिस्टल मेथमफेटामाइन, 4.142 किलोग्राम अफगान हेरोइन और 5.776 किलोग्राम एमडीएमए (एक्स्टसी पिल्स) की खेप मिली.