मुंबई CNG संकट खत्म: चेंबूर में गैस पाइपलाइन की मरम्मत पूरी, जल्द बहाल होने की उम्मीद

पिछले तीन दिनों से मुंबई में जारी सीएनजी संकट अब खत्म होने की कगार पर है. महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने मंगलवार को पुष्टि की कि चेंबूर में क्षतिग्रस्त गैस पाइपलाइन की मरम्मत पूरी हो गई है.

पिछले तीन दिनों से मुंबई में जारी सीएनजी संकट अब खत्म होने की कगार पर है. महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने मंगलवार को पुष्टि की कि चेंबूर में क्षतिग्रस्त गैस पाइपलाइन की मरम्मत पूरी हो गई है.

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Ravi Prashant
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मुंबई में सीएनजी संकट Photograph: (Freepik)

मुंबई में पिछले तीन दिनों से चल रहा गंभीर CNG संकट अब खत्म होने की कगार पर है. मंगलवार को महानगर गैस लिमिटेड (MGL) ने पुष्टि की कि चेंबूर में क्षतिग्रस्त गैस पाइपलाइन की मरम्मत पूरी कर ली गई है. कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, मरम्मत के बाद पाइपलाइन की टेस्टिंग जारी है और अगले एक घंटे के भीतर सप्लाई बहाल हो जाएगी. MGL के सूत्रों ने बताया कि जैसे ही टेस्टिंग पूरी होगी, मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में CNG सेवा सामान्य होना शुरू हो जाएगी.

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कैसे शुरू हुआ यह संकट?

यह संकट रविवार दोपहर उस समय शुरू हुआ जब चेंबूर स्थित RCF (राष्ट्र्रीय केमिकल्स एंड फ़र्टिलाइज़र्स) परिसर में GAIL इंडिया लिमिटेड की गैस पाइपलाइन को तीसरे पक्ष द्वारा नुकसान पहुंचा. पाइपलाइन फटने से वडाला स्थित MGL के सिटी गेट स्टेशन (CGS) तक गैस की सप्लाई लगभग रुक गई. यही स्टेशन मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई की CNG आपूर्ति का मेन प्वाइंट है. सप्लाई बाधित होते ही कई CNG पंप या तो बंद हो गए या बेहद कम दबाव पर काम करने लगे. 

सार्वजनिक परिवहन बुरी तरह प्रभावित

मुंबई में ऑटो, टैक्सी और ऐप-आधारित कैब्स का बड़ा हिस्सा पूरी तरह CNG पर निर्भर है। सप्लाई रुकने से कई पंपों पर किलोमीटर लंबी कतारें लग गईं. ऑटोरिक्शा और टैक्सी सेवाएं लगभग ठप पड़ गईं. Ola और Uber जैसी सेवाओं ने भी परिचालन में भारी दिक्कतें झेलीं. मुंबई महानगर क्षेत्र में कुल 398 CNG स्टेशन हैं, जिनमें से 152 सिर्फ मुंबई शहर में हैं। ठाणे और नवी मुंबई में जहां सीमित पंप खुले रहे, वहां इंतज़ार का समय घंटों तक पहुंच गया. कुछ ऐप-आधारित टैक्सियों ने विकल्प के तौर पर पेट्रोल का इस्तेमाल शुरू किया, लेकिन अधिकतर ब्लैक-येलो टैक्सियों के पास पेट्रोल किट ही नहीं थी, इसलिए उन्हें सेवा बंद करनी पड़ी।

स्कूल बसें भी फंस गईं

स्कूल बस ऑपरेटर्स के अनुसार, CNG की कमी से बच्चों के आवागमन पर बड़ा असर पड़ा. एक स्कूल बस यूनियन के नेता ने बताया कि “मुम्बई महानगर क्षेत्र में कई स्कूल बसें CNG न मिलने से फंसी हुई हैं.”

घरेलू उपभोक्ताओं को प्राथमिकता

इस पूरे संकट के दौरान MGL ने कहा कि घरेलू पाइप्ड गैस (PNG) की आपूर्ति को प्राथमिकता दी गई, ताकि घरों में भोजन बनाने जैसी आवश्यक गतिविधियां प्रभावित न हों. वहीं उद्योग और व्यापारिक संस्थानों को वैकल्पिक ईंधन का उपयोग करने की सलाह दी गई थी. मरम्मत और टेस्टिंग पूरी होने के बाद अगले एक घंटे में CNG सप्लाई शुरू हो जाएगी. इससे अनुमान है कि आज शाम तक पंपों में भीड़ कम होगी और धीरे-धीरे ऑटो, टैक्सी और बसों की सेवाएं सामान्य हो जाएंगी. 

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