तहव्वुर राणा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी की पूछताछ शुरू हो चुकी है. इसके लिए 11 व्यक्तियों की विशेष टीम को तैयार किया गया है. इसमें डीजी भी शामिल हैं. पूछताछ में सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे. इसमें राणा और हेडली के बीच ईमेल, फोन कॉल, फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन, पासपोर्ट विजा एप्लीकेशन आदि शामिल है. इसके बाद होंगे NIA की चार्जशीट से जुड़े हुए सवाल-जिसके तहत पहले हेडली से पूछताछ होगी. इस दौरान आतंकी राणा उत्तर प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली समेत भारत के किन-किन राज्यों में गया. जांच के लिए राणा को दिल्ली से बाहर मुंबई समेत अलग स्थान पर भी ले जाया जा सकता है, हालांकि कुछ दिनों तक मुख्यालय में पूछताछ ही होगी.
स्लीपर सेल की जानकारी भी बेनकाब हो सकती है
तहुव्वुर हुसैन की जांच के बाद डेविड कोलमैन हेडली के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता भी साफ होने के बाद मुंबई हमले से मिले नए सबूत सामने आ सकते हैं. मुंबई हमले का पाकिस्तान कनेक्शन के आधार पर डोजियर भी हो सकता है. स्लीपर सेल की जानकारी भी बेनकाब हो सकती है.
तहव्वुर राणा को एक स्पेशल विमान से लाया गया. यह दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ था. यहां से उसे सीधे एनआईए मुख्यालय में लाया गया. तहव्वुर राणा के खिलाफ अब दिल्ली के केस में मुकदमे की जमीन तैयार की जा रही है. राणा के कोर्ट पहुंचने से पहले ही 26/11 आतंकी हमले से जुड़े मामले की फाइल्स और ट्रायल कोर्ट के दस्तावेज विशेष एनआईए अदालत पहुंचा दिए गए.
मुंबई अटैक की साजिश पर पूछताछ होगी
एनआईए ने तहव्वुर राणा की रिमांड को लेकर एक खत जारी किया है. जांच एजेंसी ने कहा कि तहव्वुर राणा से इस साजिश का राज उगलवाने को लेकर पूरे 18 दिनों तक पूछताछ की जाएगी. इस दौरान राणा से पूछा जाएगा कि उसने हमले को अंजाम देने में किस तरह से अहम भूमिका निभाई. आपको बता दें कि 2008 में हुए हमले में 166 लोग मारे गए थे. वहीं 238 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
(रिपोर्ट: राहुल डबास)