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Pahalgam Attack
कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है. उत्तर प्रदेश के जौनपुर की एकता तिवारी हाल ही में पहलगाम से वापस आई हैं. उन्होंने जौनपुर वापस आते ही बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने जिन आतंकियों के स्केच जारी किए हैं. उनमें से दो लोग वही हैं, जो खच्चर पर उसे पहलगाम घुमाने ले गए थे. एकता का कहना है कि दोनों ने उसके साथ बदतमीजी भी की थी.
पहले जानें कौन हैं एकता तिवारी
एकता पेशे से एक मॉडल हैं. वे पहले बैंकर थीं. वे मूल रूप से आगरा की रहने वाली है, लेकिन पिछले तीन साल से वे जौनपुर रह रही हैं. एकता के पति प्रशांत तिवारी जल जीवन मिशन, जौनपुर में सीनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं. वे 13 अप्रैल को अपने परिवार और दोस्तों के साथ वैष्णो देवी गई थीं. 16 अप्रैल को वहां से वे सोनमर्ग और श्रीनगर घूमने गईं और 20 अप्रैल को पहलगाम गईं. एकता के साथ उनके पति, दो बच्चे, भाई और कुछ दोस्त मिलाकर कुल 20 लोग थे.
Jaunpur, Uttar Pradesh: Ekta Tiwari, tourist who identified the terrorist says, "We were a group of 20 people and reached Pahalgam on April 20. That very day, we sensed something suspicious, so we got off about 500 meters before the Baisaran area—where the attack took place. The… pic.twitter.com/vZGKSbCqhK
— IANS (@ians_india) April 24, 2025
एकता ने बताया पूरा एक्सपीरियंस
पहलगाम से लौटकर उन्होंने अपने साथ हुए एक्सपीरियंस को साझा किया. उन्होंने कहा कि मुझे पहले से ही उनकी हरकतें अजीब लग रहीं थीं, मैंने इसलिए उनका वीडियो बना लिया था. मैंने जब आतंकियों के स्केच देखे तो मैंने भगवान को धन्यवाद कहा. मैं बहुत बड़े खतरे से बचकर निकली हूं. एकता ने इसकी जानकारी तुरंत सीएम हेल्पलाइन को दी.
एकता ने बताया कि जब मैं पहलगाम गई थी, तब आतंकी खुद को खच्चर वाला बता रहे थेे. वे उन्हें अपने साथ लेकर जाने के लिए कह रहे थे. खच्चर वाले बार-बार उनसे धर्म की बात कर रहे थे. उन्होेंने एकता और एकता के भाई से उनका धर्म पूछा तो एकता ने बताया कि वह कुरान नहीं पढ़तीं वे रुद्राक्ष की माला धारण करती हैं. इस बात से वे बिफर गए और उनके साथ बदतमीजी करने लगे. एकता ने बताया कि उन्होंने पहले उनसे अजमेर के बारे में पूछा, इसके बाद उन्होंने अमरनाथ यात्रा के बारे में सवाल पूछा. वे बार-बार ये जानना चाहते थे कि हमारे साथ कितने लोग आएं हैं और किस धर्म के हैं.
कुरान पढ़ाने वाले लोग थे आतंकी
एकता का कहना है कि उनकी बातों से मुझे डर लगने लगा था, इसलिए मैंने झूठमूठ का बता दिया. आतंकी प्रशांत के बारे में भी सवाल कर रहे थे. वे पूछ रहे थे कि क्या तुम कुरान पढ़ती हो. किस धर्म की हो. आतंकियों ने कहा कि हम कुरान पढ़ाने वाले लोग हैं. एकता का कहना है कि दोनों हम लोगों को जबरन बैसरन घाटी ले जाना चाह रहे थे लेकिन हम वहां नहीं गए. इस वजह से दोनों हम पर गुस्सा होने लगे.