/newsnation/media/media_files/2025/02/23/jpQSsvsQu1frPAVQMChK.jpg)
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने दिया मोदी के विरोधियों को करारा जवाब Photograph: (Social Media)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की चर्चा को लोकतंत्र के लिए खतरा बताने वालों पर सवाल उठाए. पढ़ें उनका पूरा बयान
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने दिया मोदी के विरोधियों को करारा जवाब Photograph: (Social Media)
Meloni on Modi: इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने वामपंथियों की सोच पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चर्चा होती है, तो कुछ लोग इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताने लगते हैं. मेलोनी ने इस मानसिकता की आलोचना करते हुए कहा कि लोकतंत्र की बुनियाद इतनी कमजोर नहीं है कि किसी खास नेता की चर्चा से उसे कोई खतरा हो.
मेलोनी ने यह स्पष्ट किया कि लोकतंत्र विचारों की विविधता और बहस का नाम है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग हर उस विचार को गलत ठहराने की कोशिश करते हैं, जो उनके एजेंडे से मेल नहीं खाता. लेकिन, ऐसा करने से लोकतंत्र मजबूत नहीं बल्कि कमजोर होता है. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप और मोदी जैसे नेताओं की लोकप्रियता जनता के समर्थन का प्रमाण है और इसे संदेह की नजर से देखना उचित नहीं.
मेलोनी ने अपने भाषण में वामपंथी राजनीति की आलोचना करते हुए कहा कि जब वामपंथी नेता कुछ कहते हैं, तो उसे लोकतंत्र के हित में बताया जाता है, लेकिन जब दक्षिणपंथी नेता अपनी राय रखते हैं, तो उसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि यह दोहरे मानदंड की राजनीति है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ जाती है.
मेलोनी के इस बयान को दुनियाभर में चर्चा मिल रही है. कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उन्होंने खुलकर अपने विचार व्यक्त किए हैं और लोकतंत्र को एक संतुलित दृष्टिकोण से देखने की जरूरत पर जोर दिया है.
इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी का यह बयान वैश्विक राजनीति में एक नई बहस छेड़ सकता है. उनके विचार न केवल इटली बल्कि दुनिया के कई अन्य लोकतांत्रिक देशों के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें: भारत ने स्पेस सेक्टर में लगाया 'शतक', तकनीक के क्षेत्र में युवाओं की भागेदारी से आई नई क्रांति : पीएम मोदी