/newsnation/media/media_files/2025/06/29/mann-ki-baat-2025-06-29-11-16-05.jpg)
Mann Ki Baat Photograph: (सोशल मीडिया)
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' के 124वें एपिसोड को संबोधित किया. पीएम ने अपने संबोधन कई मुद्दों को उठाया. उन्होंने कहा, 'मन की बात में एक बार फिर देश की सफलताओं की, देशवासियों की उपलब्धि की बात है. पिछले कुछ वक्त से देश में खेल, विज्ञान और संस्कृति को लेकर बहुत कुछ हुआ है, जिस पर हर भारतीय को गर्व है. अभी हाल ही में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से वापसी की काफी चर्चा रही है. जैसे ही शुभांशु धरती पर उतरे तो पूरा देश खुशी और गर्व मना रहा था.'
इनोवेशन को बढ़ावा देने का खास अभियान
पीएम ने कहा, 'मुझे याद है कि जब चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग हुई तो देश में विज्ञान को लेकर अलग माहौल देखने को मिला. अब छोटे-छोटे बच्चे अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि लेने लगे हैं. आपने इंस्पायर मानक अभियान का नाम सुना. यह बच्चों में इनोवेशन को बढ़ावा देने का खास अभियान है. इस अभियान में हर स्कूल से पांच बच्चे चुने जाते हैं. हर बच्चा एक नया आइडिया लेकर सामने आता है. इससे अब तक लाखों बच्चे जुड़ गए हैं. चंद्रयान-3 मिशन के बाद इनकी संख्या दोगुनी हो चुकी है.'
50 से भी कम स्टार्टअप हुआ करते थे
प्रधानमंत्री मोदी बोले, 'देश में स्पेट स्टार्ट-अप तेजी से बढ़ चुके हैं. पांच साल पहले देश में 50 से भी कम स्टार्टअप हुआ करते थे. आज मात्र स्पेस सेक्टर में ही ये 200 के आसपास पहुंच चुके हैं. अगले माह 23 अगस्त को नेशनल स्पेस डे मनाया गया. आप इसे किस तरह से मनाएंगे, क्या नया विचार है तो मुझे नमो एप पर जरूर भेजिए.'
दुनिया में भी भारत अपनी जगह बना चुका
प्रधानमंत्री ने कहा कि '21वीं सदी में भारत में विज्ञान तेजी से फैला है. कुछ दिन पहले इंटरनेशनल केमिस्ट्री ओलंपियाड में भारत के देवेश पंकज, संदीप कुची, देबदत्त प्रियदर्शी और उज्जवल केसरी ने मेडल जीतकर देश का नाम को रोशन कर दिया. गणित की दुनिया में भी भारत अपनी जगह बना चुका है. इंटरनेशनल मेथमेटिकल ओलंपियाड में हमारे छात्र तीन गोल्ड, दो सिल्वर और एक कांस्क पदक को हासिल कर चुके हैं. अगले माह मुंबई में एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोफिजिक्स ओलंपियाड होने वाला है. यह अब तक का सबसे बड़ा ओलंपियाड माना गया है. भारत अब ओलंपिक और ओलंपियाड, दोनों के लिए तेजी से आगे बढ़ रहा है.'
हेरीटेज साइट्स के रूप में मान्यता दी
'यूनेस्को ने 12 मराठा किलो को वर्ल्ड हेरीटेज साइट्स के रूप में मान्यता दी है. इनमें 11 महाराष्ट्र के और एक तमिलनाडु का किला शामिल है. सल्हेर के किले में मुगलों की हार हुई. शिवनेरी में छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म हुआ. खानदेरी में समुद्र के बीच किला मौजूद है. दुश्मन उन्हें रोकना चाहते थे, मगर शिवाजी महाराज ने असंभव को संभव बनाया. प्रतापगढ़ के किले में अफजल खान पर जीत हासिल की. विजयदुर्ग में गुप्त सुरंगें थीं. छत्रपति शिवाजी महाराज की दूरदर्शिता का प्रमाण इस किले में दिखता है. कुछ साल पहले रायगढ़ के दौरे पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने नमन का मौका मिला.'