राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बीते वर्ष मणिपुर में सुरक्षा बलों पर हुए जानलेवा हमले से जुड़े एक मामले में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया. इस हमले में दो पुलिस कमांडो की मौत हो गई. वहीं कई अन्य घायल हो गए. तीनों लोगों ने अपने साथियों के संग मिलकर 17 जनवरी 2024 को टेंग्नौपाल जिले के मोरेह में भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) चौकी और सुरक्षा बलों पर हमले की योजना बनाई, साजिश रची और उसे अंजाम दिया.
असम के सिलचर से पकड़ा गया
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में टेंग्नौपाल जिले का निवासी और कुकी इंपी टेंग्नौपाल (केआईटी) उग्रवादी समूह का सदस्य थांगमिनलेन मेट भी शामिल है. उसने हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में अहम भूमिका अदा की थी. उसे 19 मई 2025 को असम के सिलचर से पकड़ा गया और गुवाहाटी में एनआईए अदालत में पेश किया. यहां से उसे 28 मई तक हिरासत में भेजा गया. इस समय न्यायिक हिरासत में गुवाहाटी की सेंट्रल जेल में कैद है.
6 जून को इंफाल से गिरफ्तार किया
अन्य आरोपी, कुकी नेशनल आर्मी (केएनए) के सदस्य कामगिनथांग गंगटे और चुराचंदपुर जिले में विलेज वॉलंटियर्स समूह से जुड़े हेनटिनथांग किपगेन उर्फ थांगनेओ किपगेन को 6 जून को इंफाल से गिरफ्तार किया गया था. उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें गुवाहाटी में एनआईए की विशेष अदालत में स्थानांतरित करने के लिए 9 जून 2025 तक ट्रांजिट रिमांड प्रदान की. ये दोनों उस टीम का हिस्सा थे जिसने घातक हमले को अंजाम दिया था. एनआईए मामले में हमले के अन्य अपराधियों की तलाश और जांच जारी रखे हुए है.