तमिलनाडु और पुडुचेरी की सीमा पर स्थित बहौर झील में गुरुवार तड़के भीषण आग लग गई।
यह झील तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुड्डालोर में स्थित है और पुडुचेरी की दूसरी सबसे बड़ी झील है। आग लगने का सही कारण अभी तक पता नहीं चल सका है।
तमिलनाडु और पुडुचेरी दोनों के वन विभागों की टीमें और दमकल गाड़ियां आग पर काबू पा रही हैं।
तमिलनाडु वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हम फिलहाल आग बुझाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और आग लगने के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालाँकि, हमें संदेह है कि यह मानव निर्मित है। आग बुझने के बाद आगे की जांच की जाएगी।
अधिकारी ने कहा कि झील और आसपास के इलाकों में अवैध मछली पकड़ने और खेती की गतिविधियों के मामले हैं और कड़ी चेतावनी के बाद भी ऐसा हो रहा है।
श्री अरबिंदो सोसायटी के स्वर्णिम पुडुचेरी के निदेशक टी. पी. रघुनाथ ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आरोप लगाया कि कुछ किसानों ने अपनी खेती का विस्तार करने के इरादे से झील में आग लगा दी होगी। उन्होंने कहा कि बहौर झील एक जैविक हॉटस्पॉट है और किसानों ने अवैध खेती का सहारा लेकर मोर और अन्य छोटे स्तनधारियों सहित पक्षियों के आवासों को नुकसान पहुंचाया है।
रघुनाथ ने मांग की कि कुड्डालोर और पुडुचेरी के कलेक्टरों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि झील पर सभी अतिक्रमणों को अविलम्ब हटाया जाए।
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Source : IANS