जम्मू कश्मीर के गुलर्मग में गोंडोला केबल की तार टूटने के कारण 120 यात्री फंसे हुए हैं. बताया जा रहा है कि करीब 20 केबिन हवा में अटके हुए हैं. जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग गोंडोला के टावर नंबर 1 की केबल तार टूट गई. बचाव अभियान जारी है. अफसरों का कहना है कि तकनीकी खराबी की वजह से गुलमर्ग गोंडोला परिचालन अस्थायी रूप से रोका गया है. वहीं बचाव कार्य जारी है.
वहीं, दूसरी ओर प्रशासन का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है. गोंडोला की सेवाएं जल्द बहाल हो जाएंगी. उन्होंने कहा कि रविवार को तकनीकी खराबी की वजह से गुलमर्ग गोंडोला के पहले चरण का परिचालन रुक गया. इससे कई पर्यटक केबिनों में फंसे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, समस्या तक शुरू हुई, जब रस्सी पुली से फिसली. इसके कारण केबल कार प्रणाली वहीं रुक गई. उन्होंने जानकारी दी कि रस्सी को तुरंत वापस पुली पर लगाया गया.
राहत-बचाव कार्य जारी है
इस दौरान स्थिति पर नजर रख रहे एक अफसर ने बताया कि चिंता की बात नहीं है. क्योंकि समस्या के समाधान को लेकर इंजीनियरिंग टीम को तुरंत तैनात किया गया है. अधिकारियों के अनुसार, हमारी टीम काम पर लगी हुई है. सिस्टम को जल्द बहाल करने की कोशिश हो रही है. उन्होंने बताया कि सेवाओं को जल्द बहाल किया जाएगा. गुलमर्ग गोंडोला विश्व की सबसे ऊंची केबल कारों में से एक है. इस क्षेत्र में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण का केंद्र है. अपने प्रथम चरण में बेस स्टेशन को कोंगडोरी से जोड़ता है. वहीं अपने दूसरे चरण में अफरवत शिखर तक जाता है.
नौ साल पहले हादसे में 7 की मौत
आपको बता दें कि इससे पहले साल 2017 में गोंडोला केबल टूटने के कारण सात लोगों की मौत हो गई. उस वक्त केबल कार जमीन पर गिर गई. इसमें सवार सभी लोग मारे गए. तूफान में एक पेड़ के उखड़ जाने से केबल टूट गई थी. मृतकों में दो बच्चे भी थे. गुलमर्ग में केबल-कारें विश्व की सबसे ऊंची केबल-कारें बताई जाती हैं. केबल कार यात्रियों को 4,100 मीटर (13,450 फीट) तक ले जाती हैं.