Maharashtra Crisis: शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने गुवाहाटी के रेडिशन ब्लू में दोपहर 2 बजे बैठक बुलाई है. सूत्रों के अनुसार बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी. अभी भी गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू में एकनाथ शिंदे के साथ 38 शिवसेना के और 9 निर्दलीय विधायक मौजूद हैं. कुल 47 विधायक हैं आज 9.30 बजे और दोपहर 2 बजे के बाद बैठक रेडिसन होटल में विधायकों की बैठक है। लीगल एक्सपर्ट की एक टीम मुम्बई से गुवाहाटी आई हुई है. एकनाथ शिंदे की 3 घंटे तक लीगल एक्सपर्ट की मुलाक़ात चली, जिसमें सूत्र बता रहे हैं कि लीगल एक्सपर्ट की राय है कि शिवसेना के कम से कम 41 से 42 विधायक होने ही चाहिएं. ताकि मुम्बई जाने पर अगर एक दो विधायक कम भी हुए तो 37 का आंकड़ा मेंटेन रहेगा.
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए आज दोपहर गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एक बैठक बुलाई: सूत्र
(फाइल तस्वीर)#MaharashtraPoliticalCrisis pic.twitter.com/kRz7I8dJyf— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2022
वहीं सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी आलाकमान से एकनाथ शिंदे ने वक़्त मांगा था मिलने का लेकिन समय नहीं मिला और कहा गया जब तक 42 विधायक शिवसेना के नहीं होते तब तक बीजेपी इस मामले पर हाथ नहीं डालने वाली हालांकि बीजेपी पीछे से एकनाथ शिंदे का पूरा समर्थन दे रही हैं.
आगे क्या होगा
एक नाथ शिंदे अपने खेमें में शिवसेना के 40 से 42 विधायक होटल में लाने के इंतज़ार में हैं और 16 विधायकों के खिलाफ उद्धव ठाकरे ने सदस्यता रद्द करने की मांग की है उससे निपटने की तैयारी कर रहे हैं और साथ में एकनाथ शिंदे ने कल डिप्टी स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव डालकर आप को लीगल मोर्चे पर मजबूत करने की कोशिश में हैं. आज एक और शिवसेना के विधायक के आने की उम्मीद है बाकी निर्दलीय भी शामिल होंगे. एक नाथ शिंदे राज्यपाल को अब बढ़ी हुई विधायकों की लिस्ट भेजेंगे और नए स्पीकर की नियुक्ति की मांग करेंगे.
चूंकि संख्या बल में बीजेपी और एकनाथ शिंदे के साथ अब ज़्यादा विधायक हैं, जिस लिये स्पीकर भी वो अपना नियुक्त करने की मांग करेंगे ताकि उस मोर्चे पर दिक्कत न आए. राज्यपाल के सामने सभी विधायकों को परेड कराई जा सकती है जिससे इस सरकार में कितने उद्धव और कितने एकनाथ शिंदे के साथ है ये साफ किया जा सके और आगे फ्लोर टेस्ट भी हो सके.
उद्धव ठाकरे क्या करेंगे
उद्धव ठाकरे के पास अब बहुत कुछ बचा नहीं है. इस लड़ाई में संख्या बल वो पूरी तरह खो चुके हैं, ऐसे में उद्धव चाहते हैं कि विधायक महाराष्ट्र आए ताकि उन सभी विधायकों से बात की जा सकें. हालांकि उद्धव भी लीगल लंबी लड़ाई के लिए तैयारी कर चुके हैं. विधायकों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होना, सरकार को गिराने की साजिश और विधानमंडल में शामिल न होने जैसे मामलों पर एक्शन की तैयारी में हैं. बस इंतज़ार में है कि किसी तरह विधायक मुम्बई आ जाएं।
Source : Sayyed Aamir Husain