Maharashtra CM News: सतारा से मुंबई लौटने से पहले शिंदे ने इमोशनल कार्ड खेला तो बीजेपी ने भी शिंदे के सबसे बड़े दुश्मन उद्धव ठाकरे को याद कर लिया है. अब यह तो सभी को पता है कि सीएम पद नहीं मिलने के चलते शिंदे बीजेपी से कहीं ना कहीं खफा है, लेकिन शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस नाराजगी को सबके सामने ऑन कैमरा बता दिया और कहा कि पिछले ढाई सालों से उन्होंने एक भी छुट्टी नहीं ली है. तो देर किस बात की थी अगर शिंदे घर के राज बाहर ला रहे हैं. अगर शिंदे गेम खेलने में माहिर हैं तो बीजेपी भी पीछे नहीं हट रही. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो महाराष्ट्र बीजेपी के एक सीनियर नेता ने महायुति में उद्धव ठाकरे की वापसी के संकेत दे दिए हैं.
महाराष्ट्र में पिक्चर अभी बाकी है
अब सवाल यह कि क्या महाराष्ट्र में पिक्चर अभी बाकी है. दरअसल बीजेपी नेता राव साहेब दानवे ने उद्धव ठाकरे को लेकर बड़ा बयान दिया है. दानवे ने कहा है कि 5 तारीख को सीएम का शपथ ग्रहण समारोह है. पहले विधायक दल की बैठक होगी. नेता चुना जाएगा और फिर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी. इस बीच दानवे ने उद्धव को याद करते हुए कहा कि अगर शिवसेना कांग्रेस और एनसीपी के साथ नहीं जाती तो हम ज्यादा सीटें जीतते क्योंकि 14 से 19 तक सरकार चली. दानवे ने कहा कि अगर उद्धव ठाकरे हमारे साथ होते तो हमें आज मिले बहुमत से भी ज्यादा बहुमत मिलता. अब दानवे अपने बयान के जरिए क्या मैसेज देना चाहते हैं. यह तो किसी को नहीं पता, लेकिन उनके इस बयान से उन अफवाहों को जरूर हवा मिल गया है. जिसमें यह कहा जा रहा है कि अगर शिंदे बीजेपी की बात नहीं मानते तो उद्धव ठाकरे की महायुति में फिर से एंट्री हो सकती है.
बीजेपी उद्धव ठाकरे के संपर्क में?
ऐसी चर्चाएं तो पहले से ही चल रही हैं कि बीजेपी उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं और अगर एकनाथ शिंदे इसी तरह गृह विभाग पर अड़े रहे तो बीजेपी उनके बिना ही सरकार बना लेगी. इन दावों के मुताबिक अगर शिंदे ने धोखा दिया तो बीजेपी आदित्य ठाकरे को डिप्टी सीएम का पद भी ऑफर कर सकती है. बता दें कि इस बार के चुनाव में उद्धव ठाकरे की पार्टी ने 20 सीटें जीती हैं. खास बात यह है कि अघाड़ी खेमे में शिवसेना उद्धव गुट सीटों के लिहाज से सबसे बड़ी पार्टी है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव में हार के बाद अघाड़ी खेमे के भीतर असंतोष काफी ज्यादा बढ़ गया है. कहा जा रहा है कि उद्धव के 20 विधायकों ने शीर्ष नेतृत्व से अलायंस छोड़ने के लिए आग्रह किया है. मतलब उद्धव के एमएलए भी चाहते हैं कि वे कांग्रेस और एनसीपी शरद पवार गुट से अपना नाता तोड़े. हालांकि उद्धव की तरफ से इस मसले पर कोई प्रतिक्रिया तो सामने नहीं आई है, लेकिन उद्धव ने शिंदे को लेकर एक तंज जरूर कसा है जो एकनाथ को काफी चुभेगा.