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Aurangzeb Row: औरंगजेब को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. नागपुर में इस मुगल बादशाह की कब्र को लेकर उठे विवाद ने सियासी रूप ले लिया है. इस मामले में लगातार सियासी बयानबाजियां सामने आ रही हैं. ताजा अपडेट महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के तौर पर सामने आया है. उन्होंने इस मामले पर एक और बयान दिया है. इस बयान में उन्होंने ब्लॉकबस्टर फिल्म छावा का जिक्र किया है. आइए जानते हैं क्या है महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस का ताजा बयान क्या है?
हिंसा की चपेट में नागपुर
महाराष्ट्र का नागपुर इन दिनों हिंसा की चपेट में है. औरंगजेब की कब्र से जुड़े विवाद के बाद शहर के महाल और हंसपुरी इलाकों में दो गुटों के बीच संघर्ष शुरू हो गया, जिसने धीरे-धीरे उग्र रूप ले लिया. इस हिंसा में कई घरों, दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया, जिससे आम नागरिकों में भय और तनाव का माहौल पैदा हो गया.
क्या बोले महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस
इस पूरे मामले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रतिक्रिया देते हुए इसे एक सुनियोजित हिंसा करार दिया। उन्होंने कहा कि हाल ही में आई मराठी फिल्म "छावा" में औरंगजेब के क्रूर शासन को दिखाया गया है, जिससे लोगों का गुस्सा और ज्यादा भड़क गया. हालांकि, उन्होंने अपील की कि राज्य में शांति बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है और किसी को भी हिंसा का सहारा नहीं लेना चाहिए.
नागपुर में कैसे भड़की हिंसा?
नागपुर में हुई इस हिंसा की शुरुआत औरंगजेब की कब्र को लेकर हुए विवाद से हुई. इस मुद्दे पर पहले भी कई बार बहस होती रही है, लेकिन इस बार यह एक बड़े विवाद का रूप ले बैठी. बताया जा रहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने इस मुद्दे को भड़काने की कोशिश की, जिसके बाद दो समुदाय आमने-सामने आ गए.
देखते ही देखते महाल और हंसपुरी इलाके में उपद्रव शुरू हो गया. दोनों पक्षों के बीच पथराव हुआ, आगजनी की गई और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं. कई वाहनों को जला दिया गया, जिससे शहर के कई हिस्सों में अफरा-तफरी मच गई.
पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए हालात पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन हिंसा इतनी तेज थी कि कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है.
सीएम का बयान: दंगाइयों पर होगी सख्त कार्रवाई
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह हिंसा पहले से ही सुनियोजित लग रही है. उन्होंने इसे महाराष्ट्र में शांति और सौहार्द बिगाड़ने की साजिश बताया. उनका कहना था कि फिल्म "छावा" ने लोगों में पहले से ही नाराजगी भर दी थी, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि लोग हिंसा का सहारा लें.
सीएम फडणवीस ने दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि पुलिस पर हमला करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और कानून अपना काम करेगा.
फडणवीस ने कहा, "हम किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं करेंगे. पुलिस और प्रशासन को निर्देश दे दिए गए हैं कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए."
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
नागपुर में हिंसा फैलने के बाद पुलिस ने तुरंत कर्फ्यू जैसी सख्त पाबंदियां लागू कर दीं. इसके साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है ताकि कोई अफवाह न फैले. जिन इलाकों में सबसे ज्यादा हिंसा हुई, वहां ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है. पुलिस ने अब तक दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है.
स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी
प्रशासन ने यह भी कहा है कि जो भी हिंसा में शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) और अन्य सख्त धाराओं में कार्रवाई की जाएगी. स्कूल और कॉलेजों में भी छुट्टी घोषित कर दी गई है. हालांकि, प्रशासन की कोशिश है कि जल्द से जल्द हालात सामान्य किए जाएं और शहर में अमन-चैन कायम हो.