लेफ्टिनेंट जनरल विनोद नांबियार ने भारतीय सेना विमानन के महानिदेशक और कर्नल कमांडेंट की नियुक्ति संभाली ली है. नियुक्ति ग्रहण करने के दौरान उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इससे पहले भारतीय सेना में एक अहम नियुक्ति में, मेजर जनरल विनोद कुमार नांबियार ने मिजोरम के वैरेंगटे में काउंटर इंसर्जेंसी एंड जंगल वारफेयर स्कूल (CIJWS) के कमांडेंट के रूप में कमान संभाली थी.
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नांबियार की अगुवाई में CIJWS में उत्कृष्टता की अपनी विरासत को जारी रखे और सैन्य जुड़ाव की उभरती गतिशीलता के अनुकूल बने, इसमें इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) की पहचान और उसे निष्क्रिय करने, इसके साथ जंगल में जीवित रहने की तकनीकों में महारत हासिल करने और आतंकवाद विरोधी रणनीतियों जैसे व्यावहारिक कौशल पर खास ध्यान दिया गया.
इससे पहले मेजर जनरल विनोद कुमार नांबियार सिलचर में असम राइफल्स के महानिरीक्षक असम राइफल्स (पूर्व) के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं. नांबियार ने मेजर जनरल रणजीत सिंह, एसएम, वीएसएम से कार्यभार संभाला, जो सफलतापूर्वक अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद पोस्टिंग पर चले गए थे. इससे पहले उन्होंने ऑपरेशन हिफाजत, ऑपरेशन विजय (कारगिल), ऑपरेशन रक्षक और ऑपरेशन पराक्रम में हिस्सा लिया है. उन्हें कुमाऊं रेजिमेंट में नियुक्त किया गया और फिर उन्होंने पैरा एसएफ के लिए स्वेच्छा से काम किया, जिसकी बाद में उन्होंने कमान संभाली.